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किसान से रिश्वत लेने वाला भ्रष्ट लेखपाल पहुंचा सलाखों के पीछे

किसान से रिश्वत लेने वाला भ्रष्ट लेखपाल पहुंचा सलाखों के पीछे, रुपए पकड़े के बाद रंग गए थे हाथ एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपए लेते लेखपाल को रंगे हाथों था पकड़ा पीलीभीत। किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया भ्रष्ट लेखपाल सलाखों के पीछे पहुंच गया। एक दिन पहले एंटी करप्शन टीम ने तूदाबंदी के एवज में किसान से 10 हजार की रिश्वत लेते आरोपी को दबोचा था। एसडीएम ने आरोपी को सस्पेंड भी कर दिया है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा भी पंजीकृत हुआ है। घुंघचाई थाना क्षेत्र के गांव पूरनपुर करैय्या निवासी पाल सिंह ने खेत की पक्की तूंदाबंदी के लिए 2017 में एसडीएम कोर्ट में आवेदन किया था। 2018 में पैमाइश के नाम पर खानापूरी की गई थी। इस पर किसान ने दोबारा आपत्ति लगा दी थी। राजस्व विभाग की अनदेखी के चलते किसान पिछले काफी दिनों तहसील के चक्कर काट रहा था। पिछले माह भी लेखपाल सुनील ने खेत पर पहुंचकर पैमाइश के नाम पर खानापूरी की थी। इससे ग्रामीण संतुष्ट नहीं हुआ था। शिकायत करने पर आरोपी ने तूंदाबंदी करने के नाम पर 20 की रिश्वत मांगी थी। परेशान किसान के पुत्र वख्शीश सिंह ने 13 जुलाई को भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली इकाई में लिखित शिकायत की थी। शुक्रवार बरेली एंटी करप्शन टीम इंचार्ज प्रवीन सान्याल पांच सदस्यीय टीम के साथ पूरनपुर पहुंचे थे। उन्होंने किसान को बुलाकर 10 हजार के पांच पांच के नोटों में फिनाफ्थलीन पाउडर लगाकर आरोपी को पकड़ने की रणनीति बनाई थी। किसान के पुत्र ने लेखपाल को फोन किया तो उसने पंकज कॉलोनी में स्थित अपने निजी कमरे पर उसे बुलाया था। जैसे ही आरीपी ने रुपए अपने हाथ में पकड़े। तभी टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया था। टीम इंचार्ज की ओर से लेखपाल के मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। टीम ने बीसलपुर के मोहल्ला दुबे में आरीपी के घर पहुंच कर तलाशी ली तो 4 लाख 18 हजार 8 सौ बहात्तर रुपए मिले थे। इसमें 2 लाख 60 हजार लेखपाल के पिता चुन्नीलाल ने मिठाई की दुकान से बिक्री के बताए थे। 9 हजार 206 रुपए पत्नी गीता के पाए गए। 1 लाख 49 हजार 660 का परिजन कोई संतुष्ट जवाब नहीं दे सके। इस पर टीम ने इन रुपए को कब्जे में ले लिया। शनिवार आरोपी को जेल भेज दिया गया है। ——– रिश्वत लेने पर लेखपाल के गुलाबी हो गए हाथ आमूमन आम बोलचाल की भाषा में आप लोगों ने रंगे हाथ पकड़ने की कहावते सुनी होंगी। यह बात शुक्रवार को चरितार्थ हो गई। दरअसल जिन नोटो को लेखपाल को दिया गया था। उन पर एंटी करप्शन ने फिनाफ्थलीन पाउडर लगाया गया था। इन नोटों को तीन लोगों ने छुआ था। इसमें पाउडर लगाने वाले टीम के साथ आए इमरान, शिकायत कर्ता बख्शीश सिंह और रिश्वत लेने वाला लेखपाल शामिल था। नोट पकड़ने के दौरान लेखपाल के हाथ में रंग लग गया। पानी से धुलवाने पर हाथ गुलाबी रंग से रंग गए। इस रंग को कांच की शीशी में सील कर दिया गया।

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