BJP की सहयोगी निषाद पार्टी ने किया 4 प्रत्याशियों का ऐलान, कटेहरी से अवधेश अतरौलिया से प्रशांत व डॉ. असीम कुमार को तमकुहीराज से मौका
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BJP की सहयोगी निषाद पार्टी ने किया 4 प्रत्याशियों का ऐलान, कटेहरी से अवधेश तो अतरौलिया से प्रशांत सिंह को मौका
लखनऊ। उत्तर प्रदेश चुनान में भाजपा के साथ गठबंधन कर लड़ रही निषाद पार्टी ने अपने 4 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पार्टी की ओर से रविवार देर रात इन प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया। कालपी सीट से पार्टी ने छोटे सिंह को अपना उम्मीवार बनाया है, जो हाल ही में बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
इसका अर्थ यह हुआ कि इस सीट पर भले ही सिंबल निषाद पार्टी का रहेगा, लेकिन चुनाव लड़ने का मौका भाजपा के नेता को दिया गया है। वहीं अंबेडकरनगर जिले की कटेहारी सीट से पार्टी ने अवधेश द्विवेदी को उम्मीदवार बनाया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 हेतु राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशियों के रूप में निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के प्रत्याशियों की प्रथम सूची
जय NDA तय NDA#nishadparty4up@mahamana4u @nishadparty4u @RMNnishad4u#upwantsnishadparty pic.twitter.com/6rUrpZoWKh— Nishad Party Uttar Pradesh (@Nishadparty4up) January 30, 2022
इसके अलावा पेशे से सर्जन डॉ. असीम कुमार को तमकुहीराज सीट से उतारा है। इसके अलावा प्रशांत सिंह को अतरौलिया सीट से मौका दिया गया है। निषाद दल की ओर से दावा किया गया था कि भाजपा उसे 15 सीटें दे सकती है। हालांकि अब तक भाजपा की ओर से सीटों को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
लेकिन पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपना दल और निषाद पार्टी जैसे दोनों दलों के साथ अटूट गठबंधन का ऐलान जरूर किया था। माना जा रहा है कि अभी निषाद पार्टी की ओर से कुछ और सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया जाएगा।
निषाद पार्टी का दावा रहता है कि उसका जनाधार मल्लाह और मछुआओं के बीच में हैं। अकसर इस समुदाय के मुद्दे भी पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद उठाते रहे हैं। इस बार भाजपा ने अपना दल और निषाद पार्टी के साथ ही गठबंधन किया है।
इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव के पाले में खड़े हैं। इसके अलावा पश्चिम यूपी में सपा का गठबंधन जयंत चौधरी की पार्टी रालोद के साथ है। पहले और दूसरे राउंड में ही पश्चिम यूपी में मतदान होना है। ऐसे में अखिलेश और जयंत की दोस्ती की यहां परीक्षा देखने को मिलेगी।