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यूपी विधानसभा चुनाव: प्रचार के बचा केवल एक हफ्ता, सभी मतदाताओं तक पहुंचने में प्रत्याशियों के छूट रहे पसीने

,नोएडा : गौतमबुद्ध नगर जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान होना है। इसके लिए 8 फरवरी तक प्रचार कर सकते हैं। ऐसे में अब प्रत्याशियों के पास प्रचार के लिए सिर्फ एक सप्ताह से भी कम समय बच गया है जबकि विधानसभा का एरिया काफी बड़ा है। ऐसे में सभी मतदाताओं तक पहुंचने में प्रत्याशियों के पसीने छूट रहे हैं।

इसको देखते हुए मतदाताओं के घर-घर जाने के साथ-साथ फोन व बैठकों के जरिए भी पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी गई है। नोएडा विधानसभा क्षेत्र में 44 गांव हैं जबकि करीब 60 आवासीय सेक्टरों के अलावा करीब 100 हाउसिंग सोसाइटी हैं।

इनके अलावा दो-तीन दर्जन कॉलोनियां हैं। इन सभी में करीब 7 लाख मतदाता हैं जो 10 फरवरी को अपने पसंद के उम्मीदवार या पार्टी को देखते हुए वोट देंगे।

इनमें से काफी मतदाता अपना मन लगभग पहले ही बना चुके होते हैं कि वह किसको वोट देंगे। लेकिन इस पूरी सच्चाई के दरकिनार करते हुए प्रत्याशी हर किसी का अपना वोटर मान उससे मिलने का प्रयास कर रहे हैं। चाहे वह उसके सामने सीधे हाथ जोड़कर हो, हाथ हिलाकर हो, फोन से हो या अन्य माध्यम से। लेकिन मतदान की तारीख नजदीक आने के कारण प्रत्याशियों के दिलों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।

इसकी वजह यह है कि समय कम है जबकि मतदाता काफी संख्या में बचे हैं जिन तक पहुंचना जरूरी है। सिर्फ गांव व कॉलोनियां में हर मतदाता तक प्रत्याशी आसानी से पहुंच पा रहे हैं, यह अलग बात है कि प्रत्याशी को खुद नहीं पता कि गले में माला टांगने वाला भी मतदाता उसके पक्ष में है या नहीं लेकिन सेक्टर व हाउसिंग सोसाइटी में मतदाता तक प्रत्याशी नहीं पहुंच पा रहे हैं।

करीब एक दर्जन पुराने सेक्टरों जैसे सेक्टर-12, 22, 19, 34 आदि सेक्टरों को छोड़ दें तो बाकी में लोग घरों में ही कैद रहते हैं। सेक्टर की आंतरिक सड़कें खाली रहती हैं।

पार्कों में भी नाममात्र को लोग मिलते हैं। ऐसे में इन जगह प्रत्याशी सेक्टर के अंदर पहुंचकर एक स्थान पर कुछ लोगों के साथ बैठकर ही प्रचार कर लौट रहे हैं। वहीं हाउसिंग सोसाइटी में हालत और भी खराब है।

वहां पर प्रत्याशियों के लिए अंदर प्रवेश पाना भी मुश्किल हो रहा है। एक बड़ी पार्टी को छोड़ दें तो बाकी वर्चुअल बैठक या किसी परिचित के फ्लैट पर जाकर ही प्रचार पूरा कर रहे हैं। इसके अलावा एक और दिक्कत है कि कोरोना की वजह से अधिकांश लोग प्रत्याशियों से मिलना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। सोसाइटियों 15-20 मंजिल व इससे अधिक ऊंची बनी हुई हैं। ऐसे में हर मतदाता तक पहुंचना संभव नहीं है।

इस बारे में कांग्रेस की प्रत्याशी पखुंडी पाठक का कहना है कि यह बात सही है कि हर मतदाता तक पहुंचना आसान नहीं होता लेकिन फिर भी कोशिश जारी है। एक सप्ताह के अंदर सभी मतदाताओं तक हर हाल में पहुंचेंगे।

बसपा प्रत्याशी कृपाराम शर्मा का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से आम लोग सीधे तौर पर मिलने से बच रहे हैं। अब अलग-अलग टीमें बनाकर बचे मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति तैयार कर ली गई है।

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