थाईलैंड के बौद्ध भिक्षुओं का दल पैदल पहुंचा बुद्ध के ननिहाल देवदह.

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/लक्ष्मीपुर.
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थाईलैंड के बौद्ध भिक्षुओं का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत,
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बौद्ध भिक्षुओं की टीम ने काफी करीब से देखा देवदह में हो रहें उत्खनन कार्य को.
शान्ति का सन्देश लेकर थाईलैंड से करीब 100 बौद्ध भिक्षुओं का दल रविवार को गौतम बुद्ध के ननिहाल देवदह पहुँचा। जगह जगह बौद्ध भिक्षुओं का ग्रामीणों द्वारा फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। हर चौराहा बुद्धम शरणम गच्छामि के उद्घोष से गूज उठा।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी थाईलैंड से करीब 100 की संख्या में बौद्ध भिक्षुओं का काफिला कुशीनगर के बाद देवदह पैदल यात्रा कर के पहुँचा।
ये लोग बोधगया से ही पैदल ही कुशीनगर होते हुए महराजगंज के रास्ते लुम्बिनी तक पैदल ही जाएंगे। लक्ष्मीपुर क्षेत्र में जगह जगह इनका भव्य स्वागत किया जा रहा है। बौद्ध भिक्षु कतार में हो कर बुद्धम शरणम गच्छामि का उद्घोष करते हुये अनवरत आगे बढ़ रहे हैं। सायं होने पर किसी सार्वजनिक स्थान पर रुक कर रात्रि विश्राम के पश्चात सुबह आगे बढ़ रहे हैं ।
इनका पैगाम पूरे विश्व में शन्ति का सन्देश देना है। बौद्ध भिक्षुओं की टीम चानकी घाट से आगे पहुँची तो वनग्राम कानपुर दर्रा व टेढ़ी घाट, गंगापुर, जंगल गुलहरिया, बनर्सिया खुर्द में उनका भब्य स्वागत किया गया। रास्ते में देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग इनके अभिवादन में हर चौराहे व गांव में खड़े रहे।
बौद्ध भिक्षुओं ने बनर्सिया कला देवदह टीले पर पूजा अर्चना, परिक्रमा किया। उत्खनन स्थल पर पहुँच कर पुरातत्वविदों से काफी गहन चर्चा किया। इस मौके पर पुरातत्व उत्खनन अधवेक्षण अधिकारी रामविनय, राजीव रंजन, जितेंद्र राव, लक्ष्मीचन्द्र पटेल, प्रह्लाद गौतम, बबलू तिवारी, थाईलैंड के बौद्ध भिक्षु सुनामी मॉन्क, सेउनलाई, नलट मॉन्क, ऑफ़न, चोखआई, सौलय, शिवभुजा पांडेय, विनोद कुमार, हरिश्चंद्र आदि मौजूद रहे।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.