Maharajganj

क्षय उन्मूलन के लिए सघन स्क्रीनिंग और पर्यवेक्षण जरूरी. डॉ0 उमेश चंद्रा

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज सदर.

  • सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान के लिए प्रशिक्षित किए गए पर्यवेक्षक.

महराजगंज: जनपद में 24 फरवरी से तीन मार्च तक घर-घर टीबी रोगी खोजे जाएंगे। इसके तहत करीब छह लाख की आबादी में सघन स्क्रीनिंग और पर्यवेक्षण किया जायेगा। यह बातें उप जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. उमेश चन्द्रा ने सघन क्षय रोगी खोजी अभियान ( एसीएफ कैम्पेन) के प्रशिक्षण के दौरान पर्यवेक्षकों से कहीं। प्रशिक्षण में मिली जानकारी के बारे में सभी पर्यवेक्षक अपनी टीम को भी अवगत कराएं, ताकि गुणात्मक स्क्रीनिंग की जा सके। घर-घर सर्वे के 240 टीम लगाई गई है। पांच टीम पर एक पर्यवेक्षक लगाए गए हैं।

डाॅ. चन्द्रा ने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इसके लिए समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम और अभियान संचालित किए जाते हैं। नए टीबी रोगियों के बारे में सूचना देने वाले चिकित्सक को पांच  सौ रूपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है।

उन्होंने कहा कि छह लाख की आबादी में घर-घर टीबी रोगी खोजने के लिए प्रस्तावित अभियान के दौरान यदि कोई भी व्यक्ति टीबी के लक्षण वाला मिले तो उसके बलगम की जांच कराई जाए। जांच के लिए बलगम का नमूना सुबह लेना अच्छा होता है। यदि किसी को खांसी ज्यादा आती हो तो मौके पर ही बलगम का नमूना लिया जा सकता है।

इस बात पर विशेष ध्यान देना है कि जाँच के लिए बलगम का ही नमूना लेना है। कभी- कभी ऐसा भी होता है कि टीबी के लक्षण दिखते हैं लेकिन बलगम नहीं निकलता है तो ऐसे लोगों को अन्य जांच कराने के लिए प्रेरित करें । उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के शरीर पर कहीं गांठ या कमर में लम्बे समय से दर्द होने की शिकायत हो तो उसको भी सूचीबद्ध करते हुए चिकित्सक से जांच कराने के लिए प्रेरित किया जाए। एसीएफ कैम्पेन के दौरान यदि किसी टीम द्वारा कोई नया टीबी रोगी खोजा जाएगा तो उस टीम को छह सौ रूपये दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बलगम की जांच के लिए जिले भर में कुल 27 केन्द्रों पर व्यवस्था है। जांच में यदि टीबी रोग की पुष्टि होती है तो इलाज कराया जाता है। इलाज चलने की अवधि तक निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं।प्रशि क्षण कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम समन्वयक हरिशंकर त्रिपाठी, संदीप शुक्ला, अतुल दीक्षित तथा प्रतिभागी मेनका, अंकिता, अजीत चौधरी, मुन्ना कुमार, अनुपम श्रीवास्तव, राहुल कुमार और श्रीकांत प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

टीबी के लक्षण.

14 दिनों से अधिक तक बुखार ।
14 दिनों से अधिक खांसी।
सीने में दर्द ।
बलगम के साथ खून आना।
भूख कम लगना।
वजन घटना ।

सघन पर्यवेक्षण की मिली जानकारी.

स्वास्थ्य कर्मी मोहम्मद शकील ( 43) ने बताया कि एसीएफ कैम्पेन के दौरान सघन पर्यवेक्षण के बारे में जानकारी दी गयी। पर्यवेक्षण के लिए मिले चेकलिस्ट  के मुताबिक पांच टीम द्वारा घर-घर किए गए सर्वे की गुणवत्ता देखनी है। घर-घर सर्वे शुरू करने से पहले अपने जांच टीम को भी प्रशिक्षित करना है। एक टीम में तीन सदस्य लगाए गए हैं। सर्वे के दौरान अगर किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखेंगे तो उस व्यक्ति के बलगम का नमूना लेने टीम का एक सदस्य सुबह उस व्यक्ति के घर भेजा जाएगा।

हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.

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