परसामलिक थाना क्षेत्र में तस्कर हुए बेलगाम, खुलेआम हो रही खाद की तस्करी.

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परसामलिक थाना क्षेत्र में तस्कर हुए बेलगाम, खुलेआम हो रही खाद की तस्करी.
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तस्करों पर अंकुश लगाने में परसामलिक पुलिस हो रही नाकाम.
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तस्करों के नेटवर्क के आगे पुलिस प्रशासन का दावा हो रहा हवा हवाई.
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/ रतनपुर.
आपको बताते चलें कि
रवि की फसल बुआई को लेकर परसामलिक थाना क्षेत्र में डीएपी खाद की तस्करी तेज हो गई है। बेलगाम तस्कर अपनी बाइक पर तीन से चार बोरी खाद लादकर फर्राटा भरते हुए बेखौफ तस्करी को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानकर अनजान बनी हुई है। वहीं खाद तस्करों का नेटवर्क इस प्रकार से बढ़ रहा है कि उन्हें रोक पाना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
एक तरफ जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक सीमावर्ती थानों से तस्करी को पूर्ण रूप से समाप्त करने का दावा करते हैं तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय पुलिस की उदासीनता के कारण उच्चाधिकारियों के सभी दावें फेल होते नजर आ रहे हैं।
अभी हाल में ही तस्करी के मामलें में सेवतरी चौकी प्रभारी सहित छह सिपाहियों को एसपी ने लाइन हाज़िर कर दिया था ताकि पुलिसिया कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव आये।
परंतु इतने बड़े कार्रवाई का भी पुलिस कर्मियों को भय नहीं है, बल्कि खाद तस्करी में क्षेत्रीय पुलिस कर्मियों की अहम भूमिका बताई जा रही है।
तभी तो क्षेत्र के रेहरा नाके से चौराहें पर पुलिस की ड्यूटी होने के बावजूद भी व्यापक पैमाने पर डीएपी खाद की तस्करी का कारोबार फल-फूल रहा है।
जिसको रोक पाने में स्थानीय पुलिस समेत सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां, कस्टम व तहसील प्रशासन पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रहें है। उपरोक्त थाना क्षेत्र के जिगिना, जमुहानी, गंगापुर स्थित खाद की दुकान से प्रतिदिन सुबह से लेकर देर रात तक तस्कर कई दर्जन बाईकों के माध्यम से तीन से चार बोरी खाद लादकर तेज गति से खाद को उपरोक्त गांव में स्थित अवैध गोदाम में डंप करते हैं, जहां से कुछ बीट सिपाहियों से लाईन मिलते ही भारतीय खाद को नेपाल पहुंचा दिया जाता है।
महंगे दामों में खाद खरीदने को विवश हुए किसान:
वहीं इस भारतीय खाद की तस्करी का खामियाजा किसानों को महंगे दामों पर खाद खरीदारी कर चुकाना पड़ रहा है।
दुकानदार किसानों को 1600 से 1650 रूपए प्रति बोरी के दर से डीएपी खाद बेच रहे हैं। किसान थक-हार कर ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को विवश हैं। ऐसे में स्थानीय किसान खाद की किल्लत व बढ़ती खाद की महंगाई का दंश झेल रहा है, लेकिन तस्करी पर अंकुश लगाने के अलावा जिम्मेदार अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।
क्या कहते हैं एसडीएम:
इस संदर्भ में एसडीएम नौतनवां मुकेश कुमार ने बताया कि परसामलिक क्षेत्र से डीएपी खाद तस्करी की सूचनाएं मिल रही है, शीघ्र ही छापेमारी कर तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.