छप्पर और जर्जर मकान बयान कर रहे हैं जिम्मेदारों की लापरवाही की दास्तान.

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जिम्मेदरान क्यों काट रहे कन्नी.+
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज
अड्डा बाजार/लक्ष्मीपुर l महराजगंज: भारत सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में इन दिनों जहां एक तरफ अपात्र लोगों का नाम काट कर के गरीब जरूरतमंद लोगों को दिया जा रहा है तो वही लक्ष्मीपुर ब्लाक के अंतर्गत बैरवा जंगल में मामला कुछ उल्टा है यहा अपात्रों का नहीं बल्कि पात्र गरीब और असहाय लोगों का नाम काट कर शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले योजना को मिट्टी में मिलाने तथा गरीब लोगों का ब्लॉक कर्मचारी उनके अरमानों का गला घोटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
लक्ष्मीपुर ब्लाक के अंतर्गत दर्जनों पात्र गरीब लाभार्थियों का नाम आईडी भी जनरेट हो गई थी परंतु ब्लॉक कर्मियों की कर्तव्य निष्ठा उदासीनता और लापरवाही गरीब और असहाय लोगों के पात्रता की सारी शर्तों को दरकिनार करते हुए गलत कारणों को दर्शाते हुए आवास से नाम काट दिया गया है.
सबसे बड़ी और दिलचस्प बात यह है कि उक्त ग्राम के प्रधान ने इस आशय का कोई प्रस्ताव नहीं जारी किया है. जानकारी के अनुसार अंजनी पत्नी रुदल, अनरजीत पुत्र राम प्रीत, श्रीराम पुत्र रामजस रेनू पत्नी सरोज चानमति पत्नी दुःखी ऐसे बहुत से उदाहरण देखने को मिलेंगे जिनका आवास काटा गया.
ग्राम प्रधान को नहीं पता कैसे कटा आवास:
ग्राम बैरवा जंगल में आवास से संबंधित पात्रता को निर्धारित करने में अधिकारियों को शायद कोई ज्ञान नहीं है तभी तो इतने भारी पैमाने पर गरीब असहाय और छप्पर वालों का नाम काट दिया गया है ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुग्रीव यादव का कहना है कि इस आशय का ग्राम सभा द्वारा ना कोई प्रस्ताव दिया है और ना ही कोई बैठक की है यह संदेह के घेरे में है ग्राम प्रधान ने पुनः जांच कराने की बात कही है l
इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी अमित मिश्रा का कहना है कि जाँचकर आवश्यक कर्रवाई की जाएगी l
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.