Exam UP Board: परीक्षा में बाधा डाली तो होगी कुर्की, नकल माफिया पर रासुका; गैंगस्टर एक्ट के तहत भी होगी कार्रवाई

लखनऊ, राज्य ब्यूरो: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की गुरुवार से शुरू हो रहीं परीक्षा को लेकर इस बार काफी सख्त इंतजाम किए गए हैं। नकल माफिया पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जाएगा और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा में बाधा व खलल डालने वाले अराजक तत्वों को के घर की कुर्की की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नकल विहीन व पारदर्शी परीक्षा आयोजित करने के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है। पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं पर बार कोड होगा।
अभी तक परीक्षा के बाद कॉपियां प्रधानाचार्य कक्ष में रखी जाती थी, अब अलग कमरे में स्ट्रांग रूम बनाकर रखी जाएंगी। स्ट्रांग रूम में वायस रिकार्डर व सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। दो सशस्त्र पुलिसकर्मी भी तैनात किए जाएंगे।
पर्चा लीक होने की गुंजाइश न के बराबर
वहीं, प्रश्नपत्र लीक न हों इसके भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला मुख्यालय से डबल लाक स्ट्रांग रूम से सील बॉक्स में प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाए जाएंगे और वहां डबल लाक अलमारी में रखने के दौरान केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट तीनों मौजूद रहेंगे। इनमें से कोई एक भी अनुपस्थित हुआ तो कार्रवाई होगी। यानी पर्चा लीक होने की गुंजाइश न के बराबर होगी और अगर किसी ने कोशिश भी की तो वह पकड़ा जाएगा।
एसटीएफ व एलआईयू की निगरानी
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में 58.85 लाख विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा केंद्रों में प्रत्येक कक्ष में दो-दो सीसीटीवी कैमरे व वायस रिकार्डर लगाया गया है। वहीं अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में परीक्षा एसटीएफ व एलआईयू की निगरानी में होगी।
परीक्षा की समीक्षा कर कमियों को दूर किया जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिलाधिकारी प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट व सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात करें। परीक्षा खत्म होने के बाद जिलाधिकारी के साथ यह जिला विद्यालय निरीक्षक को रिपोर्ट देंगे, ताकि हर दिन की परीक्षा की समीक्षा कर कमियों को दूर किया जाए। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 8,753 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 540 राजकीय माध्यमिक स्कूल, 3,523 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल व 4,690 प्राइवेट माध्यमिक स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।