लखनऊ चारबाग मवैया आलमबाग में खुलेआम नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री

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रात्रि होते ही चारबाग में सज__ जाती हैं दूकानें प्रशासन मूकर्शक
(ओपी सिंह वैस )
लखनऊ / जहां एक तरफ सरकार नशीले पदार्थो के खिलाफ नशा उन्मूलन चला रही तो वहीं लखनऊ राजधानी एवं अन्य जिलों में योगीजी की पुलिस नशा के नाम पर धन उगाही कर रही है और आलमबाग, चारबाग में लगभग आधा दर्जन पुलिस कर्मी करोङों का मकान एवं मंहगी गाङियां लेकर फर्राटे भर रहे हैं ।
मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ जो प्रदेश की राजधानी है दीपक तले अंधेरा चरितार्थ हो रहा है चारबाग केकेसी, केकेसीपुल नाका, आरक्षण आफिस, लोको चारबाग, मवैया जैसे प्रमुख स्थानों पर चरस, कोकीन, अफीम की अवैध बिक्री खुलेआम पुलिस की मिली भगत से शातिर अपराधियों द्धारा की जा रही है।
नाका में अमीनाबाद, नाका हिडोला में खुलेआम महिलाओं की गैंग पुङिया लेकर बेंचते हुए दिखाई देती है। एक पुलिस कर्मी ने बताया कि जो सिपाही या दरोगा एक बार नाका कोतवाली में पोस्टिंग अथवा आलमबाग कोतवाली, लोको चौकी पर नियुक्त हो जाता है तो वह लखनऊ शहर में आलीशान मकान बना लेता है और मंहगी गाङियां खरीद लेता है, ये पुलिस वाले सादे में चारबाग एवं आलमबाग, मवैया में खङे रहते हैं।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस गैंग में लगभग एक दर्जन महिलाएं एंव पुरुष सक्रिय हैं और इस गैंग का सरगना पुलिस का मुखबिर बताया जाता है। रात्रि में आठ बजे के बाद चरस, कोकीन एंव अन्य नशीले पदार्थो की बिक्री शुरू हो जाती है। सूत्रों के अनुसार चारबाग स्टेशन के बाहर चाय एवं अन्य दूकानों पर भी चरस एवं कोकीन उपलब्ध रहता है जीआरपी के जवान भी माहवारी वसूलने में सक्रिय रहते हैं।
इसी के साथ -साथ महिलाओं का जिस्म फरोशी का धंधा भी धङल्ले से जारी है ये महिलाएं रात्रि में सजधज कर चारबाग के प्रमुख चौराहों एवं होटलों पर सक्रिय हो जाती हैं। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस नशा धंधेबाजों का शिकार चारबाग एवं यार्ड के कुछ रेलकर्मी भी हो चुके हैं जिसमें रेलवे चालक भी शामिल बताये हैं और अपनी सारी कमाई नशा एवं अय्याशी में उङा देते हैं।और जो बचता है उसे जुआ में दांव लगा देते हैं। लखनऊ यार्ड एवं कोचिंग के लगभग एक दर्जन रेल चालक एवं गार्ड इसका शिकार हो चुके हैं कुछ तो इसी नशे के चक्कर में दुनिया से जा भी चुके हैं।