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राज्यस्तरीय काव्य संगोष्ठी ‘परवाज़’ में शिक्षिका नेहा ने बांधा समा

निघासन खीरी। अखिल राज्य ऑनलाइन काव्य संगोष्ठी “परवाज़” के 20 वें संस्करण में ब्लाॅक निघासन की शिक्षिका नेहा जी ने बेहतरीन काव्य पाठ करते हुए अपनी रचना “साहस और विश्वास” के माध्यम से कार्यक्रम में समा बांध दिया। नेहा जी के काव्य पाठ की प्रशंसा करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री अखिलेश चन्द्र पाण्डेय (अखिल)ने कहा “खीर से मीठी और खीर जैसा नेहा जी का तरन्नुम”। मुख्य अतिथि डॉ.राजीव राज ने भी श्रीमती नेहा के काव्यपाठ और स्वर की प्रशंसा की। कार्यक्रम में नेहा के मधुर स्वर की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई।

कार्यक्रम का प्रारम्भ स.नि.बे.शि. निदेशालय लखनऊ श्री अब्दुल मुबीन जी द्वारा ‘परवाज़’ तथा संयोजक मण्डल के परिचय से प्रारम्भ हुआ । कार्यक्रम में ‘परवाज’ की अब तक की यात्रा और ई-पत्रिका ‘छाप’ के विषय में भी विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम का आगाज गौतमबुद्ध नगर की शिक्षिका निर्मला त्यागी जी द्वारा सरस्वती वंदना से किया गया और कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका मृदुला शुक्ला द्वारा किया गया।

ढाई घण्टे से अधिक चले इस कार्यक्रम में सोलह शिक्षकों ने गीत, गजलों, कविताओं और मुक्त छन्दों के माध्यम से अपनी काव्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बतौर मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध गीतकार डॉ•राजीव राज ने अपनी रचनाओं से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यू-ट्यूब और फेसबुक लाइव के माध्यम से हुआ जहाँ हजारों की संख्या में लोगों नेहा के कार्यक्रम को देखा और सराहा। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को ऑनलाइन प्रशस्तिपत्र देकर भी सम्मानित किया गया।

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