बसपा से शबाना खातून उम्मीदवार घोषित होने से समाजवादी पार्टी के नेताओं की नींद उड़ी
टांडा(अम्बेडकरनगर)। टांडा विधानसभा चुनाव में मुकाबला रोचक होता चला जा रहा है बहुजन समाज पार्टी द्वारा प्रत्याशी बदल देने से अब बहुजन समाज पार्टी पूरी तरह फाइट में आ गई है उठापटक इस कदर है कि पूछिए मत। आने वाले समय में टांडा की सियासत और दिलचस्प हो जाएगी हालांकि भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है लेकिन इसके बाद भी बसपा के मुख्य मुकाबले में आ जाने से समाजवादी पार्टी के नेताओं की नींद उड़ गई है।
बसपा ने अल्पसंख्यक और दलित कार्ड खेल दिया वहीं सपा में अंतर्विरोध के नाते पार्टी चुनाव में कमजोर पड़ती जा रही है नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून पत्नी सैयद गौस अशरफ ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गयी ।
बसपा सुप्रीमो ने टाण्डा विधानसभा के चर्चित प्रभारी प्रत्याशी मनोज वर्मा पर इस बार फिर से दाव लगाने कि कोशिश किया था लेकिन बसपा ने टाण्डा विधानसभा से मनोज वर्मा का टिकट काट कर नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून पत्नी गौस अशरफ को प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
टांडा विधान सभा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है फिर भी सपा मुखिया ने राममूर्ति वर्मा को प्रत्याशी बना दिया जिसके विरोध में सैय्यद गौस अशरफ ने सपा को छोड़ कर बसपा में शामिल हो गए बसपा कोऑर्डिनेटर घनश्याम चंद्र खरवार ने शबाना खातून को बसपा की सदस्यता दिलाई और बसपा से प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। टांडा विधानसभा चुनाव में सियासी गुणा भाग का पारा पूरी तरह शिखर पर पहुंच गया है चुनावी महाभारत में सभी अपनी-अपनी ताल ठोंक रहे हैं।