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टांडा विधानसभा सीट पर आजादी के बाद से कब कौन पार्टी का रहा कब्जा, पढ़ें पूरी जानकारी

टाडा(अम्बेडकरनगर): देश आजाद होने के बाद से लेकर अब तक टांडा विधानसभा सीट पर शुरुआत में कांग्रेस का ही दबदबा रहा कांग्रेस पार्टी यहां से 8 बार चुनाव जीत चुकी है उसके बाद गोपीनाथ बर्मा तीन बार टांडा विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं लालजी वर्मा चार बार टांडा विधानसभा चुनाव से जीते हैं 1985 में जयराम वर्मा के जीत के  बाद कांग्रेस दोबारा यहां जीत नहीं दर्ज कर सकी.

उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जनपद की टांडा विधानसभा सीट पर बसपा के लाल जी वर्मा चार बार विधायक चुने गए. वहीं सीट का जाति समीकरण बसपा के पक्ष में होने के कारण यहां ज्यादातर बसपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की. 1991 में राम लहर के दौरान जनता दल से लालजी वर्मा ने पहली बार जीत दर्ज की. इस दौरान प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. 1993 में इस सीट पर बसपा की मसूद अहमद ने जीत दर्ज की.

उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी केशव राम वर्मा को हराया. 1996 में बसपा से लालजी वर्मा फिर इस सीट से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की. 2002 में लालजी वर्मा इस सीट से तीसरी बार विधायक चुने गए. 2007 में लालजी वर्मा ने चौथी बार बसपा का परचम लहराया. उन्होंने समाजवादी पार्टी के अजीमुल हक को 2455 वोटों से हराया.

2012 में इस सीट पर समाजवादी पार्टी के अजीमुल हक पहलवान जीत दर्ज की. इस चुनाव में बसपा प्रत्याशी अजय कुमार को उन्होंने 27521 मतों से हराया. वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर महिला प्रत्याशी को चुनाव में उतारा. भाजपा की प्रत्याशी संजू देवी ने इस सीट  पर जीत दर्ज की. उन्होंने कड़े मुकाबले में सपा प्रत्याशी अजीमुल हक पहलवान को 1725 वोटों से हराया। टांडा विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए पूर्व मंत्री मुलायम सिंह यादव ने पैदल ही पदमार्च किया है

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