क्या निषाद पार्टी को कटेहरी सीट देकर लालजी वर्मा को वाकओवर दे रही है भाजपा
लखनऊ (HM News)। जनपद अम्बेडकरनगर में बेहद उर्जावान एवं साधन संपन्न क्षेत्र होने के बावजूद भाजपा नेतृत्व उसे राम भरोसे छोड़कर अनायास ही पार्टी को कमजोर करके कार्यकताओं को निराश करती चली आ रही है। 2014 में जब पार्टी अपने शबाब पर थी और छोटा बच्चा भी कहता था कि अबकी बार मोदी सरकार उस समय हरिओम पाण्डेय को संासद बनाकर पार्टी ने अपनी जड़ मठ्ठा डालना शुरू किया था जिसका परिणाम रहा कि 2017 के विधानसभा आम चुनाव ने तीन नये महानुभाओं पर दांव लगाया जबकि दो पार्टी कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया था।
दो कार्यकर्ता विधायक बन गये पर बाहरी महानुभाव अपने घर गये जिसमें जलालपुर और अकबरपुर वाले मौसमी भाजपाई ने दल बदलकर हाथी की सवारी कर ली। जिस कटेहरी विधानसभा में भाजपा 78000 मत पायी लोकसभा में हमेशा जीतते आई थी ऐसे में उस सीट को निषाद पार्टी को देने के औचित्य पर भाजपा के समर्थक कार्यकर्ता यह सोचकर परेशान हो रहे थे कि निषाद पार्टी की सक्रियता क्षेत्र में कहीं दिखती नहीं ऐसे में उस पार्टी को टिकट देकर राजनीति के कुशल खिलाड़ी पूर्व बसपा नेता वर्तमान सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा को वाक ओवर देना साबित होगा।
क्योंकि 2019 में जब सूबे के काबीना मंत्री अम्बेडकरनगर लोकसभा का चुनाव लड़ने आये थे तब भी यही हुआ कार्यकर्ताओं के शिथिल होने के कारण थकी हारी बसपा को जीत की संजीवनी मिल गई थी। जिले में गांव से लेकर शहर तक इस बात की चर्चा जोरों पर है कि थिंकटैंक कहलाने वाली भाजपा ने मायावती को समर्थन देकर 12 वर्षों बाद मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व पर पनपाई वही गलती 2017 में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी से समझाौता करके हुआ। अब दुबारा वही गलती कटेहरी जैसे अन्य विधानसभाओं में होने जा रही है। आज जनता मोदी की नीतियों अमित शाह के प्रबंधन तथा सीएम योगी व सुनील बंसल के कुशल मार्ग दर्शन में पुनः भगवा लहराने को बेताब है।