अंबेडकरनगर का नटवरलाल : फर्जी डिग्रियों के सहारे बन गया शिक्षक और जेई
प्रदीप कुमार पाठक
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हाईकोर्ट के अधिवक्ता द्वारा मांगी गई सूचना पर हुआ खुलासा
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अधिवक्ता ने कथित शिक्षक और जेई के विरुद्ध डीएम से की एफ आई आर दर्ज कराने की माग
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इन सब के बावजूद भी वह अभी नौकरी पाने की जुगाड़ में लगा है।
लखनऊ। प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के एक नटवरलाल द्वारा फर्जी डिग्रियों के जरिए शिक्षक और जेई के पद पर नौकरी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है जिसका खुलासा आरटीआई से हुआ है। हालाकी शिकायत पर उसे दोनों विभागों से हटा दिया गया है। इसके बावजूद भी वह अपनी जुगाड़ में लगा है।
इस मामले का खुलासा हाई कोर्ट बेंच लखनऊ के अधिवक्ता कृपा शंकर यादव द्वारा मांगी गई सूचना से हुआ है। अधिवक्ता ने जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया है। उन्होंने भेजे पत्र में कहा है कि मनोज कुमार तिवारी पुत्र महंत प्रसाद तिवारी जो 2017 में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बैजपुर,भीटी मैं एनएससी भौतिक विज्ञान की फर्जी मार्कशीट लगाकर गेस्ट हाउस लेक्चरर के पद पर नौकरी हासिल किया और 2019 में डूडा विभाग की संचालित महत्वकांक्षी प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में आउटसोर्सिंग संस्था हाईटेक बिल्डर्स के माध्यम से जेई बन गया। इसमें भी सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री फर्जी है। मनोज तिवारी द्वारा एक साथ दो विभागों में मानदेय लिया गया है।
बताया है कि नटवरलाल मनोज कुमार तिवारी ने फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे डूडा विभाग में रहते नगर पालिका परिषद अकबरपुर में अपने एवं माता के नाम से 3008 के डीपीआर मैं दो आवासों के पाने के लिए नाम डलवाया है जबकि पूरी तरह से नियम विरुद्ध है। मनोज कुमार तिवारी ने सीहमई कारी रात का कूट रचित पता दिखाया है जब कि वे संबंधित वार्ड के निवासी ही नहीं हैं। अधिवक्ता कृपा शंकर यादव ने नटवरलाल कथित शिक्षक और जेई के विरुद्ध जांच करा कर एफ आई आर दर्ज कराने की मांग किया है।
सूत्रों के अनुसार मनोज कुमार तिवारी को वर्तमान में दोनों विभागों से हटा दिया गया है किंतु अभी भी भाजपा जिला कमेटी के एक पदाधिकारी को विश्वास में लेकर वह पुनः नौकरी हासिल करने में लगा है। इस दुस्साहस से लगता है कि इन्हे सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ इलेक्शन का भय नहीं है और अभी भी सत्ता पक्ष के नेता और अधिकारियों की कृपा पर चुनौती दिया जा रहा है।