UP : आंगनबाड़ी केंद्र के तेल से दुकान पर तले जा रहे थे पकौड़े, मंत्री के आदेश पर दो पर मुकदमा- दो कर्मचारी सस्पेंड

देवरिया। जिले के बनकटा विकास खंड के अकटही बाजार में बाल विकास पुष्टाहार विभाग के सोयाबीन तेल से ठेले पर पकौड़ा बनाने के मामले में दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवाएं समाप्त करने की तैयारी शुरू हो गई है। जबकि सोमवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी की तहरीर पर ठेला दुकानदार समेत दो के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत बनकटा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। साथ ही उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है।
यह है मामला
एक सप्ताह पहले अकटही बाजार में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को उपलब्ध कराए जाने वाला सोयाबीन तेल पकौड़े के ठेले पर देखा गया। इसके बाद उसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। शासन ने इसे गंभीरता से ले लिया और 23 अप्रैल को महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने खुद जिले में पहुंच कर प्रकरण की जांच की।
दुकानदार समेत दो पर आवश्यक वस्तु अधिनियम का मुकदमा
मामले में दोषी पाए जाने पर बाल विकास परियोजना अधिकारी बनकटा गोपाल सिंह, मुख्य सेविका अनवारुनिशा को निलंबित करने तथा दुकानदार समेत दो लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया। जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय ने बनकटा पुलिस को तहरीर दी। जिसके आधार पर ठेला दुकानदार रघुनाथपुर के रहने वाला जवाहर व सीडीपीओ कार्यालय में रहने वाले प्राइवेट आदमी सुजीत कुमार निवासी भुड़वार के विरुद्ध गबन व आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आज जवाब देंगे अधिकारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार के निर्देश पर बाल विकास परियोजना अधिकारी देवरिया अजय कुमार नायक, दयाराम, प्रधान सहायक संतोष मिश्र की संयुक्त टीम ने भी प्रकरण की जांच की है। जांच में दो आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार के दुरुपयोग होने की पुष्टि हुई है। उनके यहां सोयाबीन तेल कम पाए गए हैं। इसको गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने बाल विकास परियोजना अधिकारी बनकटा गोपाल सिंह, मुख्य सेविका अनवारुन निशा को नोटिस जारी किया है। इनके अलावा सोहनपुर-सात की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इंदू देवी व सोहनपुर-एक की कार्यकर्ता श्रीमती देवी को भी नोटिस जारी किया गया है। 26 अप्रैल को इनको नोटिस का जवाब देना है।
निलंबन के लिए भेजी गई है पत्रावली
राज्यमंत्री ने बाल विकास परियोजना अधिकारी व सुपरवाइजर को निलंबित करने का निर्देश दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी है। हालांकि सोमवार तक दोनों के निलंबन का आदेश जनपद मुख्यालय को नहीं आया था। विभाग में इसको लेकर खलबली मची है।
दुकानदार समेत दो लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई चल रही है। जल्द ही उनकी सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। जबकि सीडीपीओ व सुपरवाइजर के निलंबन के लिए भी पत्रावली मुख्यालय को भेजी गई है। – कृष्णकांत राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी, देवरिया।