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5 बार लिए 7 फेरे, मगर भुला न पाई पहला प्यार, पांचवें पति ने पूर्व पार्टनर के साथ देखा तो कर दी हत्या

इंदौर. इंदौर में 12 जनवरी को हुए सनसनीखेज डबल मर्डर का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में कुलदीप को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ही अपनी पत्नी और 11 साल के बेटे की हत्या की थी. महिला के पहले चार पति थे. कुलदीप उसका पांचवां पति था.

कुलदीप ने उसे पूर्व पति के साथ संदिग्ध हालत में देख लिया था. इस वजह से वह भड़क गया और हत्याकांड को अंजाम दिया. ये परिवार चार दिन पहले ही रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र से इंदौर आया था. आरोपी ने हत्या करने से पहले मृतिका के पूर्व पति से कहा कि अब आपको उसके पास अच्छी नींद आएगी. तुम अब उसके पास ही रहना अब.

गौरतलब है कि घटना बाणगंगा थाना इलाके के गणेश धाम 12 जनवरी को हुई. पुलिस को सूचना मिली कि एक घर में महिला और लड़के की लाश पड़ी है. पुलिस जांच में पता चला कि महिला का नाम शारदा और लड़के का नाम आकाश था. आकाश महिला का 11 साल का बेटा था. पता चला कि महिला का पति कुलदीप फरार है.

कुलदीप चार दिन पहले ही रोजगार की तलाश में परिवार के साथ महाराष्ट्र से इंदौर आया था. हत्याकांड भी चौथे ही दिन हुआ. ये परिवार मंगेश नाम के शख्स के घर में ठहरा था. जिस वक्त घटना हुई उस वक्त मंगेश भी घर पर नहीं था. शाम को जब वह घर लौटा, तब जाकर हत्याकांड का पता चला.

महिला के पूर्व पति ने की ये प्लानिंग

पुलिस ने इसे लेकर मंगेश से कड़ी पूछताछ की और उसका मोबाइल खंगाला. उसके मोबाइल में मिली कॉल रिकॉर्डिंग से पुलिस को अहम सुराग मिला. उसके बाद पुलिस ने महिला के पति की तलाश शुरू कर दी और 24 घंटे के अंदर उसे महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि रोजगार के सिलसिले में कुलदीप अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के अकोला से इंदौर आया था.

उसे मंगेश ने ही पूरी योजना बनाकर परिवार के साथ यहां बुलाया था और अपने ही घर पर ठहरा लिया था. चूँकि मंगेश और मृतिका शारदा के पूर्व में संबंध थे, लेकिन कुछ समय से शारदा ने मंगेश से बात करना बंद कर दिया था. मंगेश चाहता था कि उसके शारदा से संबंध फिर से बन जाएं. इस वजह से उसने योजना बनाई.

ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम

दूसरी ओर, जब सभी घर पर ठहरे थे तभी शारदा और मंगेश को कुलदीप ने आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. तब ही उसने दोनों को खत्म करने की प्लानिंग कर ली थी. जानकारी के मुताबिक, कुछ समय से शारदा भी कुलदीप से परेशान थी और उससे अपना पीछा छुड़ाना चाहती थी. इसमें मंगेश उसकी मदद भी कर रहा था.

इस बात की भनक भी कुलदीप को पहले ही लग गई. इसलिए कुलदीप ने जब 12 जनवरी की शाम शारदा और आकाश को सोते देखा तो खुद पर काबू नहीं कर सका. उसने खाली गैस सिलिंडर से उठाया और दोनों पर हमला कर दिया. फिर दोनों का चाकू से गला रेत दिया. उनकी आवाज दबाने के लिए उसने दोनों के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया.

ये कॉल रिकॉर्डिंग लगी पुलिस के हाथ

बता दें, मंगेश गावंड़े एवं आरोपी कुलदीप दिगे के बीच मोबाइल पर हुई बात पुलिस के हाथ लग गई. जिस दिन यह घटना हुई उसी दिन शाम करीब चार बजे दोनों के बीच मराठी में बात हुई. पुलिस ने मराठीभाषी पुलिसकर्मी से उसका अनुवाद करवाय तो पता चला कि कुलदीप, मंगेश से कह रहा है- “मेरा जीवन अच्छा चल रहा था.

तूने हमको इंदौर क्यों बुलाया. शारदा तो नीच है ही, लेकिन तुमने मेरे साथ गद्दारी की. तुम भी मरोगे और मैं भी मरूंगा आज ही. कमरे की चाबी बाजू में रखी है. दरवाजा खोलो, आपको उसके पास में नींद अच्छी आएगी. तुम शारदा के पास ही रहना अब.”

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