शुक्रवार को अधिकार सेना का धरना प्रदर्शन चकबंदी अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप

हिन्द मोर्चा न्यूज़ रिपोर्ट बेल्थरारॊड बलिया
बेल्थरारॊड (बलिया) भ्रष्टाचार में लिप्त चकबंदी विभाग की अनियमितता से परेशान किसान को जारी आकार पत्र 23 भाग 1 को निरस्त कर किसान की मर्जी के अनुरूप चक बनाए जाने की मांग को लेकर अधिकार सेना व अन्य पीड़ितों ने शुक्रवार को बिल्थरा रोड तहसील में धरना दिया। धरना दे रहे पीड़ितों ने इस दौरान भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के लिए चंदा की भी मांग की। उभांव पुलिस ने धरना दे रहे अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं के इस कार्य को अवैध बताते हुए उनपर धरना समाप्त करने का दबाव बनाते नजर आई।
बेल्थरारोड तहसील में चकबंदी अधिकारियों व कर्मचारियों के भ्रष्टाचार से तंग पीड़िताओं ने अधिकार सेना के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय के भवन के गेट पर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि चकबंदी विभाग ने गांव में बिना किसानों की सहमति से तहसील कार्यालय में बैठकर कर चक तैयार कर दिया है।
इनको बनाने में उनके द्वारा इतनी अनियमितता बरती गई है कि 3 सौ से ज्यादा लोग चकबंदी न्यायालय बेल्थरारोड में आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। जिसमें अराजी नम्बर 479 में करीब 10 किसानों की भूमि का 3/5 भाग गायब करके मतरुक/नवीन परती में तब्दील कर दिया है। जबकि इस बैमाना भूमि पर कास्तकार 30 वर्षों से कायम है।
यही नहीं आरोप यह भी है कि अराजी नंबर 59 व 60 में विपक्षियों को फायदा पहुंचाने के लिए उच्च न्यायालय के आदेश को दर किनार कर आकार पत्र 5 व आकार पत्र 23 भाग 1 निर्गत कर दिया है, जिससे उच्च न्यायालय के आदेश का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। इसी प्रकार सोनी यादव पत्नी राम प्रवेश यादव की जमीन फर्जी तरीके से दूसरे के नाम वरासत कर दी गई। अधिकार सेना ने ऐसे कई अन्य आरोप चकबंदी विभाग के खिलाफ लगाए।
अधिकार सेना द्वारा दिए जा रहे धरने को अवैध बताते हुए उभांव एसएचओ अविनाश कुमार सिंह की सेना के जिला उपाध्यक्ष सिंहासन चौहान से देर तक बहस हुई। जिला उपाध्यक्ष द्वारा पुलिस को बताया गया कि उनके द्वारा ट्वीट कर जिलाधिकारी व अन्य को इसकी सूचना दे दी गई थी। परन्तु पुलिस धरना को समाप्त करने पर आमादा रही। उधर सीओ चकबंदी भी धरना स्थल पर पहुंच गए। सीओ के सामने पीड़िताओ ने चकबंदी विभाग के भ्रष्टाचार पर जमकर प्रहार किया।