Baliya

Video News : नवजीवन इंग्लिश स्कूल बेल्थरा रोड में विज्ञान प्रदर्शनी ग्रामीण जनता शिक्षण सेवा कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

हिन्दमोर्चा न्यूज़ बेल्थरा रोड बलिया

बेल्थरा रोड (बलिया) विज्ञान प्रदर्शनी नवजीवन इंग्लिश स्कूल बेल्थरा रोड बलिया आयोजक ग्रामीण जनता शिक्षण सेवा संस्थान खंदवा प्रबंधक मीरा सिंह के सहयोग से उत्प्रेरित समर्थित राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद का कार्यक्रम शुभारंभ हुआ मुख्य अतिथि के रूप में श्री भगवान सिंह पूर्व प्रवक्ता भौतिक विज्ञान व पूर्व राज्य मंत्री छट्ठू राम, आदर्श नगर पंचायत अध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्त ,नवजीवन इंग्लिश स्कूल की प्रधानाचार्य ग्रेसी जॉन, जी,एम,ए,एम, इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मोहम्मद मोबीन द्वारा नवजीवन इंग्लिश स्कूल के प्रांगण में छात्र छात्राओं द्वारा 30 प्रदर्शन स्टॉल लगाया गया जिसमें कुल प्रतिभागियों की संख्या लगभग 500 थी।

वहीं दूसरी तरफ जी,एम,ए,एम, इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मोहम्मद मोबीन ने अपने संबोधन में छात्र छात्राओं को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के जीवनी की गाथा बताइ उन्होंने कहा कि सफलता असफलता का फर्क जैसे डर के आगे जीत जैसी मिसाल देकर छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ाया और कहा जिंदगी में कभी असफलता मिलती है तो उस पर धैर्य रखना चाहिए जिसने धैर्य रखा असफलता से घबराया नहीं उसको आगे चलकर सफलता जरूर मिलती है आज हमारे देश को गर्व है कि हमारे देश में एपीजे अब्दुल कलाम जैसे जन्म लिए।

उन्होंने कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम एक मध्य परिवार से विलोम करते थे उनके बारे में एक वाक्या बताया कि एक बार वह अपनी बहन के जेवर बेच कर परीक्षा देने के लिए निकल गए और परीक्षा में फेल हो गए उनके दिमाग में यह आया की परीक्षा भी फेल हो गया मैं बहन का जेवर भी बेच दिया अब मेरे पास पैसा नहीं है कि जो मैं अपने घर जा सकूं.

वही बगल में एक आश्रम था जीसमें एक बाबा रहा करते थे बाबा यह सारा उस बच्चे के एक्टिविटी पर नजर रखे हुए कलाम साहब उचाई पर चढ़े उनके मन में यह आया कि मैं अब आत्महत्या कर लूं अपने जिंदगी को यहीं खत्म कर दुं जब तक बाबा की उस लड़के पर नज़र पड़ी उस लड़के को बुलाए उन्होंने कहा कि आप छत के ऊपर क्यों खड़े हो आप नदी में गिर सकते हो आप की मृत्यु हो सकती है।

उन्होंने अपनी बात बताई बाबा ने कहा धैर्य रखो जीवन में बहुत संघर्ष आते जाते हैं असफलता से घबराना नहीं चाहिए सफलता एक दिन तुम्हें मिलेगी इस तरह आज वह देश के एक वैज्ञानिक और राष्ट्रपति के रूप में हम सबके बीच रहे आज भी देश उनको बड़े फक्र के साथ याद करता है

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!