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विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव द्वारा वृद्धा आश्रम का किया गया आकस्मिक निरीक्षण

*नदीम अहमद विशेष तहसील रिपोर्टर हिंदमोर्चा न्यूज़ चैनल मऊ उत्तर प्रदेश*

मऊ। आज वृद्धाश्रम का आकस्मिक निरीक्षण विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुँवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा किया गया। साथ में अनुज कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, मऊ उपस्थित रहे।

निरीक्षण के दौरान वृद्धाश्रम में कुल 72 वृद्धजन रहते हुए पाये गये, जिसमें 23 महिला है। संख्या के प्रबंधक लक्षीराम प्रसाद से पूछ ताछ में उनके द्वारा बताया कि आज वृद्धजनों को सुबह नास्ते में चाय, नमकीन, पूड़ी, दोपहर भोजन में अरहर की दाल, सब्जी, रोटी, चावल दिया गया है। सायं नास्ते में चाय, बिस्कीट, टोस्ट तथा रात्रि भोजन में रसेदार सब्जी चना की मिक्स दाल, चावल व रोटी दिया जायेगा।

किसी भी वृद्धपान ने नाश्ते व भोजन के सम्बन्ध में कोई शिकायत नहीं की। आज बृद्धजनों को दिये जा रहे भोजन की गुणवत्ता की जाँच चख कर किया गया भोजन की गुणवत्ता व उसके स्वाद की स्थिति ठीक पायी गयी, परन्तु सब्जी में थोड़ा मिर्च, मशाला व तेल की मात्रा अधिक होने के कारण इस पर सचिव द्वारा आपत्ति व्यक्त किया गया।

जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा भण्डारी को चेतावनी दी गयी कि भविष्य में यदि सब्जी में मिर्च, मशाला और तेल की मात्रा अधिक पाया जाता है तो भण्डारी को तत्काल बदल दिया जाय।

वृद्धाश्रम में 05 प्रार्थना पत्र वृद्धावस्था पेंशन हेतु प्रबंधक को प्राप्त हुआ था, जिसे समाज कल्याण अधिकारी को अग्रसारित कराया जाना बताया गया। बताया गया कि कुछ बृद्धजनों की आय अधिक होने के कारण उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिलने में समस्या आ रही है। इस हेतु प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि वृद्धजनों की आय वास्तविक हो, ताकि उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिलने में कोई समस्या न आये।

इस हेतु सम्बंधित तहसील के सक्षम अधिकारी से मिलकर समस्या का निराकरण कराने हेतु प्रबंधक को निर्देश दिया गया। कुछ बृद्धजनों को बृद्धावस्था पेंशन मिल रहा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया गया कि वृद्धावस्था पेंशन से सम्बंधित जो भी आवेदन पत्र वृद्धाश्रम के प्राप्त हुए हैं।

उन सभी की औचारिकताएं पूर्ण कराकर वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय, जिससे बृद्धजनों को जीने का एक सहारा मिल सके और अपने रोजमर्रा की आवश्यकताओं को वे पूर्ण कर सके। वृद्धावस्था के आकस्मिक निरीक्षण के समय संस्था के वृद्ध श्री रामवृक्ष द्वारा बैसाखी न मिलने की शिकायत विधिक सेवा प्राधिकरणके सचिव से की गयी।

जिसपर सचिव द्वारा जिला दिव्यांग कल्याण उमाशंकर को दूरभाष पर निर्देशित किया गया। जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी महोदय द्वारा तत्काल आधे घण्टे के अन्दर बैसाखी उपलब्ध करायी गयी, बैसाखी पाकर रामवृक्ष द्वारा काफी खुशी जाहिर की गयी ।

कुछ बृद्धजनों ने आँख के आपरेशन की माँग उठाई. जिसपर सचिव द्वारा ठंड के मौसम में आँख का आपरेशन कैम्प लगवाकर करवाने हेतु वृद्धजनों को आश्वासन दिया गया। निरीक्षण के समय बृद्धाश्रम में आवासित आश्रितों हेतु रसोईघर की व्यवस्था उचित पायी गयी।

इस सम्बंध में प्रबंधक को निर्देशित किया गया कि समस्त आश्रितों का भोजन एक साथ बनाया जाय तथा बुजुर्ग आश्रितों हेतु भोजन अधिक गला हुआ दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

आवासित बुजुर्गों का धर्म के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार भी किया जाय। सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वृद्धजनों को वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के सम्बंध में जानकारी प्रदान की गयी।

यह भी बताया गया कि कोई भी बृद्धजन अपने पौत्र, दत्तक पुत्र, पौत्री सौतेली संतान से अपनी जीविका चलाने के लिए अपने जीवन चर्या के अनुरूप भरण पोषण की माँग कर सकता हैं इसके लिए वह उप जिलाधिकारी के पास स्वयं उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र के माध्यम से कार्यवाही की मांग कर सकता है। भरण पोषण अधिकारी, इसके लिए माता पिता का प्रतिनिधित्व कर सकते है।

निरीक्षण के समय लक्षीराम प्रसाद, प्रबंधक, पवन कुमार सिंह, लेखाकार बेचू यादव कार्यालय सहायक, प्रदीप कुमार, केयर टेकर, प्रियंका मौर्या, स्टाफ नर्स, सुरैया तबस्सुम भण्डार प्रभारी, कर्मदेव, केयर टेकर, रामजियावन, सुरक्षा गार्ड राजेन्द्र कुमार, सुरक्षा गार्ड चन्द्रमन कुमार, सुरक्षा गार्ड, संतोष कुमार भण्डारी, श्रीमती नीशा देवी, भण्डारी, श्रीमती देवन्ती देवी, भण्डारी, राजीव यादव, माली, धर्मेन्द्र चौहान सफाई कर्मी एवं श्री इरशाद अहमद स्वीपर उपस्थित रहें।

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