भिक्षा नहीं शिक्षा चाहिए यात्रा फेफना विधानसभा के चितबड़ागांव में 26 फरवरी को निकाली गई

हिन्द मोर्चा न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट
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शिक्षा एक समान हो पूर्व व वर्तमान सांसद व विधायक अपने बच्चों की तरह वोट देने वाले के बच्चों को पढ़ने की व्यवस्था करें नहीं तो सरकारी सुविधा छोड़ें
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शिक्षा एक समान के संयोजक राधेश्याम ने कहा कि एक देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था क्यों सरकारी स्कूलों में सिर्फ किसान मजदूर ,रिक्शा चालक, ठेला चालक ,और फुटपाथ पर रहने वाले का बच्चा पढ़ेगा और प्राइवेट स्कूलों में नेता अधिकारी अमीर का बच्चा पढेगा ऐसा क्यों?
उन्होंने कहा कि संसद में एक बिल लाकर शिक्षा एक समान की व्यवस्था करें जब प्रधानमंत्री का बेटा और प्रधानमंत्री के घर में झाड़ू पोछा करने वाले का बेटा एक साथ एक ही स्कूल में पड़ेगा तभी देश का विकास होगा आज हमारे प्रदेश व देश की सरकारी शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने पढ़ाने की व्यवस्था गिर चुकी है इसके पीछे सारा दोष हमारे चुने गए जनप्रतिनिधियों का है।
पद पाते ही उनका अस्तर अचानक बढ़ जाता है वह अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राइवेट व महेंगें विद्यालयों में यहां तक कि विदेशों में भेजते हैं। जबकि आज देशवासियों में सबसे ज्यादा मध्यम, निम्नआय वर्ग,गरीब वर्ग के लोग अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में ही पढ़ाते हैं जहां शिक्षा व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है।
अंग्रेजों के शासन काल में हमारे देश के महापुरुषों ने आजादी के लिए सबसे पहले शिक्षा को जरूरी समझा और आज देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था चल रही है जरूरत यह है कि सबसे पहले चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने बच्चों अपने आश्रितों को सरकारी विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजें तब यह लोग अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से पढ़ने के लिए भेजेंगे तो वहां की समस्या को समझेंगे इस समस्या को सुधार करने का प्रयास करने को लेकर समान शिक्षा संघर्ष मोर्चा के तत्वधान में रविवार को यात्रा निकाला गया ।
उन्होंने कहा कि इससे पहले शिक्षा एक समान हो के लिए 4000 किलोमीटर साइकिल यात्रा निकाला जा चुका है और प्रधानमंत्री का घेराव करने पर गिरफ्तारी भी हो चुकी है। कहा कि पटना बिहार, लखनऊ उत्तर प्रदेश ,हावड़ा पश्चिम बंगाल ,भोपाल व महाराष्ट्र मुख्यमंत्री घेराव करने में गिरफ्तारी हो चुकी है।
10 दिसंबर 2018 को बाबा रामदेव की आवास हरिद्वार उत्तराखंड से प्रधानमंत्री कार्यालय तक दंडवत मार्च किया है बनारस से नई दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यालय तक पैदल यात्रा कर चुका हूं जयप्रकाश नगर सिताबदियारा से नई दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यालय तक तिरंगा साइकिल यात्रा किया है।