Ayodhya

मालीपुर थाने की पुलिस के निशाने पर भाजपाई, अपनी ही सरकार में आए दिन कोई न कोई पार्टी कार्यकर्ताअकारण हो रहा कोप भाजन का शिकार

  • 2 साल के अंदर देखा जाए तो दर्जनभर भाजपाई हो चुके हैं भुक्तभोगी और धरना प्रदर्शन के लिए हुए हैं मजबूर
  • मामलों में यदि कप्तान तक पहुंचा मामला तो वहां भी जांच एवं कार्यवाही के बजाय दोषी पुलिस कर्मियों का किया गया है बचाव

अंबेडकरनगर |अपनी ही सरकार में भाजपा संगठन पदाधिकारियों को धरना और प्रदर्शन करना पड़ रहा है।धरना प्रदर्शन से अधिकारियों और कर्मचारियों की सरकार और कार्यकर्ताओं के प्रति उनकी मानसिकता आसानी से समझा जा सकता है।वर्तमान समय में हालत यह है कि अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने भाजपा का नाम लेना ही उनका जायका बिगाड देता है।

यहां कुछ उदाहरण लिखे जा रहे हैं जिनको पढ़ने के बाद इनकी नियत को आसानी से समझा जा सकता है। मंगलवार शाम को जिस दिन देशवासी बड़ा मंगल पर लोगों को ठंडा जल सर्वद प्रसाद वितरण की साथ ही बजरंगबली की पूजा अर्चना करता है ठीक उसी शाम को भाजपा मंडल अध्यक्ष हरिदर्शन राजभर और सोनगांव मंडल अध्यक्ष रणंजय सिंह को थाना में ही धरना देना पड़ा ।

आखिर यह नौबत आई क्यों,?

शाम को मालीपुर चौराहा पर उपनिरीक्षक बृजेश सिंह उप निरीक्षक केडी सिंह आधा दर्जन के करीब पुलिसकर्मियों के साथ वाहन चेकिंग और चालन कर रहे थे। इसी बीच भाजपा पदाधिकारी दिनेश राजभर अपनी मोटरसाइकिल पर एक अन्य पदाधिकारी को बैठा कर मीटिंग से लौट रहा था। चौराहे पर चेकिंग ड्यूटी पर तैनात बृजेश यादव नामक सिपाही ने मोटरसाइकिल रुकने का इशारा किया।

पुलिस कर्मियों के इशारा पर दोनों भाजपा पदाधिकारी रुक गए। पुलिसकर्मियों ने कागजात मांगा दोनो ने अपने को भाजपा पदाधिकारी बताया। बस क्या था भाजपा पदाधिकारी सुनते ही पुलिसकर्मी बृजेश ने कहा कि अब तो चालान पक्का है। इस बीच दर्जनों मोटरसाइकिल वाहन सवार बगैर हेलमेट बेरोक टोक आते जाते रहे किंतु टारगेट केवल पदाधिकारी थे। सिपाही ने फोटो खींच ऑनलाइन चालान कर दिया।

जब पदाधिकारियों ने सिपाही की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कही तो सिपाही ने कहा अधिकारी क्या मेरा योगी और मोदी कुछ नहीं उखाड़ पाएंगे। यही बात जब मालीपुर चौराहे से पदाधिकारी ने मंडल अध्यक्ष को बताया तो मंडल अध्यक्ष ने थानाध्यक्ष को फोन किया और उनसे शिकायत की तो थानाध्यक्ष ने कहा जो होना था हो गया उन्होंने फोन काट दिया। धरना पर पहुंचे सीओ से हुई वार्ता और कार्यवाही के आश्वाशन के बाद धरना समाप्त हो गया।

यह पहला प्रकरण नहीं है इसके पहले भाजपा नेता अरविंद पांडे को पुलिस ने सुरहूरपुर स्थित राजा सुहेलदेव और धर्मांतरण का मुद्दा उठाने से लगभग आधा दर्जन मुकदमा उनके ऊपर दर्ज कर दिया। इतना ही नहीं बीते 6 दिन से मंडल संयोजक राकेश पांडे बीबीपुर भूसौली के मामले में पीड़ित महिला से तहरीर दिलवाया। सुनवाई नहीं हुई। भाजपा नेता सल्लाहपुर निवासी शिव शुक्ला को तालाब से अवैध कब्जा हटवाने के लिए की जा रही शिकायत पर तीन मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इसी प्रकार से प्रतिदिन मामले आ रहे हैं जिसमें पुलिस किसी भी पदाधिकारी का सुनने के बजाय उनको प्रताड़ित कर रही है।

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