भाजपा जिलाध्यक्ष पर तालाब व खतौनी की जमीन में भूमाफिया से अवैध निर्माण कराने का आरोप

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भाजपा जिलाध्यक्ष पर तालाब व खतौनी की जमीन में भूमाफिया से अवैध निर्माण कराने का आरोप
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मामला तहसील जलालपुर क्षेत्र के ठट्टा में बगैर निजी जमीन के भूमाफिया द्वारा निर्माण का
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नींव से लेकर छत लदने तक राजस्व और पुलिस महकमा की भूमाफिया पर बरसती रही कृपा
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मामले को लेकर भाजपा नेताओं समेत आस-पास के ग्रामीणों में पार्टी जिलाध्यक्ष के कृत्यों की चर्चा
अम्बेडकरनगर। तहसील जलालपुर अन्तर्गत ठट्टा में एक भूमाफिया द्वारा तालाब और खतौनी की जमीन में निर्माण शुरू कराये जाने से लेकर पुलिस और राजस्व महकमा की उस पर कृपा बरसती रही। जब छत लदने की बारी आई तो उसमें भाजपा जिलाध्यक्ष ने और सोने में सुहागा का काम कर दिया जिसकी क्षेत्र में चर्चा जोरों पर है।
ज्ञात हो कि जिस जमीन में भूमाफिया द्वारा निर्माण शुरू किया गया वह गाटा संख्या-967 (क) और 967(ख) तालाब और खतौनी राजस्व अभिलेख में दर्ज है। भूमाफिया के नाम इर्द-गिर्द निजी खतौनी की जमीन भी नहीं है जिसका विरोध राम लौट गुप्त व देवेन्द्र मिश्र करते आ रहे हैं। तहसीलदार से लेकर एसडीएम,डीएम,एसपी और शासन को शिकायती पत्र भेजकर अवगत भी कराये किन्तु पुलिस और राजस्व महकमा ने निष्पक्ष जांच नहीं किया, भूमाफिया को संरक्षण देते रहे।
पीड़ितों का आरोप है कि जैसे ही भूमाफिया ने नींव की खुदाई किया इसके बाद से आवाज उठाते चले आ रहे हैं। मालीपुर के हल्का दरोगा ने भूमाफिया से मोटी रकम का सौदा कर नींव खड़ी करवा दिया। छत की बारी आई तो पूर्व विधायक सुभाष राय से बात करने पर उनके द्वारा एसडीएम को स्थलीय निरीक्षण कर निस्तारण कराने के लिए कहा गया किन्तु सभी उच्चाधिकारियों और भाजपा नेताओं की वार्ता को ताख पर रखकर उसकी मद्दगार बने रहे। चर्चा और आरोप है कि भूमाफिया द्वारा छत लदवाये जाने के मामले में उसकी पैरवी अर्थात दबाव एसडीएम पर भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी ने मण्डल अध्यक्ष हरिदर्शन राजभर के कहने से बनाया गया और रातां-रात भूमाफिया ने तालाब और खतौनी की जमीन में अवैध निर्माण कर छत डलवा लिया।
पीड़ित राम लौट गुप्त और देवेन्द्र मिश्र का कहना है कि इसके बाद एसडीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से अपनी व्यथा बताया तो सभी एक स्वर से कह रहे हैं कि क्या करें राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते निष्पक्ष कार्यवाही नहीं की जा सकी। इस अवैध निर्माण को लेकर जहां ठट्टा व आस-पास के गाँवों से लेकर तहसील व जिला मुख्यालय तक चर्चा जोरों पर है। लोग कहने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है कि मौजूदा जिलाध्यक्ष को संगठन की मजबूती में उतनी दिलचस्पी नहीं है जितना उनके द्वारा दबंगों,भूमाफियाओं और अपराधियों की मद्द करने में है।
फिरहाल इस तरह की चर्चाएं हो रही हैं अब सच क्या है इसकी सच्चाई तो राजस्व और पुलिस महकमा के अधिकारियों जिनके मोबाइल पर फोन किया गया है, जांच के उपरान्त ही सामने आयेगा। मामले में खबर लिखे जाने के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी के मोबाइल नम्बर-7234877777 पर उनका पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया गया किन्तु नॉट रिचेबुल होने से वार्ता नहीं हो पायी। (इससे जुड़ी थानाध्यक्ष की वायरल आडियो की खबर अगले अंक में )