तहसील क्षेत्र की सड़कों पर राहगीरों के लिए कॉल बनकर घूम रहे हैं अवारा पशु

जलालपुर, अंबेडकर नगर। नगर क्षेत्र की सड़कों पर घूमते आवारा पशु वाहन चालकों व राहगीरों के लिए किसी काल से कम नहीं हैं जिनकी वजह से आये दिन राहगीर चोटिल होते रहते हैं। ये छुट्टा जानवर जलालपुर नगर के सराय चौक, जमालपुर चौराहा, पुरानी पेट्रोल टंकी से लेकर यादव चौराहा, डाकखाना, मालीपुर रोड आदि जगहों पर सुबह से शाम यहाँ तक की रात के समय भी सड़कों के बीच बैठे दिखाई पड़ते हैं.
जिसके कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है जो राहगीरों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है| छुट्टे मवेशियों से सबसे अधिक समस्या नगर के घनी आबादी के बीच टहलते गोवंश व सांडों से है। पशुओं के भाग दौड़ से आने-जाने वाली महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, स्कूली छात्र-छात्राओं को जानवरों का भय बना रहता है|
छुट्टा जानवरों के कारण सबसे ज्यादा समस्या साप्ताहिक बाजार के दिन होती है जहाँ नगर के आसपास के गांवों से लोग बाजार करने आते हैं जिसके कारण काफी भीड़ होने से किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। सड़क पर घूमने व बैठे छुट्टा जानवरों के कारण वाहनों का आवागमन भी बाधित होता रहता है|
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गोवंश से होने वाली अनहोनी और गोवंशो की सुरक्षा के लिए जगह-जगह गौशालाओं की स्थापना की गयी है। जलालपुर नगर क्षेत्र में भी इसी उद्देश्य से गोआश्रय स्थल बनाया गया है और नगर पालिका परिषद जलालपुर के पास आवारा पशुओं को पकड़ने हेतु वाहन भी उपलब्ध है लेकिन उदासीनता के कारण आवारा पशु सड़कों पर घूमते रहते है जिसके परिणाम स्वरूप शहर के हर चौक चौराहे पर छुट्टा जानवर का झुंड देखा जा सकता है।
नगर में बढ़ रहे छुट्टा पशुओं के लिए पशु मालिक भी जिम्मेदार हैं। अक्सर देखा जाता है कि पशु मालिकों द्वारा गोवंशों से अपना हित साधने के बाद पशुओं को सड़क पर खुला छोड़ दिया जाता है| नगर पालिका क्षेत्र में कांजी हाउस ना होने के कारण ऐसी लोगों पर करवाई नहीं हो पा रही है| ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जिम्मेदार विभाग व अधिकारी इस समस्या को संज्ञान में लेकर निराकरण करने का प्रयास करते हैं अथवा हाथ पर हाथ धरे किसी गंभीर दुर्घटना के इंतजार में बैठे रहेंगे।