Ayodhya

डीएम से लेकर सीएम से फरियाद के बावजूद अनाथ बालिका को नहीं मिल रहा न्याय

  • डीएम से लेकर सीएम से फरियाद के बावजूद अनाथ बालिका को नहीं मिल रहा न्याय
  • पीड़ित छात्रा को न्याय मिलने में बाधा बना है हल्के का लेखपाल*
  • बालिका के चाचा द्वारा मना करने से नहीं लगा रहे हैं रिर्पोट-अजीत राय

अंबेडकरनगर। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे हल्का लेखपाल अजीत राय की न इंसाफी के कारण होनहार अनाथ बालिका न्याय के लिए डीएम से लेकर एसडीएम तक के चौखटों पर नाक रगड़ते रगड़ते थक चुकी है। लेकिन विभागीय अधिकारी है कि भ्रष्टाचारी लेखपाल के बहकावे में आकर बालिका के साथ इंसाफ नहीं कर पा रहे हैं।

3 महीने से लगातार प्रत्येक तहसील दिवसों के अलावा जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी के कार्यालय में उन सबों से मिलकर अपनी फरियाद करने के बाद भी मामला लेखपाल पर आकर अटक जा रहा है लग ऐसा रहा है कि लेखपाल की फर्जी आख्या ब्रह्मा की लीग हो गई है। जिसे जिले का बड़ा से बड़ा अधिकारी भी नहीं काट सकता। और बालिका को दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लेखपाल की मनमानी से बालिका का आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र न जारी होने के कारण उसे स्नातक में मिलने वाली छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ रहा है।

ज्ञात हो कि खुशबू यादव पुत्री स्वर्गीय राम मनोरथ ग्राम पीरपुर दुबरा लोरपुर ताजन तहसील सदर की निवासी है। उसके पिता की मौत दशकों पहले हो चुकी है। पिता की मौत के बाद उसकी मां भी अपनी बच्ची को छोड़कर अन्यत्र किसी के साथ चली गई। अनाथ बच्ची का लालन पालन उसके ननिहाल वालों द्वारा किया जाता रहा है।

वर्तमान में खुशबू सरदार पटेल पीजी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रही है उक्त बालिका सरदार पटेल इंटर कॉलेज में इंटर की टॉपर रही है। पीड़िता द्वारा वर्ष 2023-24 में स्नातक स्तर पर छात्रवृत्ति फॉर्म आवेदन हेतु आय,जाति,निवास बनवाए जाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।

जिसे हल्का लेखपाल अजीत राय द्वारा ऑनलाइन अपनी रिपोर्ट में ( कृपया वर्तमान निवास से प्रमाण पत्र जारी कराएं ) की आधार हीन रिपोर्ट लगा कर प्रशासनिक अधिकारियों को लगातार गुमराह किया जा रहा है। जिसके कारण ऑनलाइन आवेदन को अस्वीकृत कर दिया गया है। जबकि इसी पते से उप जिलाधिकारी कार्यालय से 12-8-2021 को सामान्य निवास प्रमाण पत्र और 4-10-2021 को जाति प्रमाण पत्र पूर्व में इसी लेखपाल व राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट पर जारी हो चुका है।

यही नहीं ग्राम पंचायत पीरपुर के परिवार रजिस्टर में दर्ज अभिलेखो में मकान नंबर 70 के परिवार में खुशबू यादव का नाम क्रमांक नंबर 10 पर अंकित किया गया है। जिसकी नकल भी गत माह 4-10-23 को ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा जारी की गई है। यही नहीं खुशबू यादव का आधार कार्ड भी पीरपुर दुबरा लोरपुर ताजन के पते से पूर्व में बना हुआ है जिसका नंबर 316071158314 है।

खुशबू यादव के प्राइमरी,जूनियर,हाई स्कूल,इंटरमीडिएट व बीएससी के शैक्षिक अभिलेखों में भी उपरोक्त पता अंकित है। आखिर अब इसके अलावा उक्त भ्रष्ट लेखपाल को खुशबू के निवास स्थान का और कौन सा साबूत चाहिए। जिससे उक्त अनाथ बालिका का आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र जारी हो सके।

अभी हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा खुशबू के उपरोक्त प्रमाण पत्रों को जारी करने के लिए उप जिलाधिकारी सदर को खुशबू की पीड़ा सुनने के बाद जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा फोन करके बताया गया था। उसे समय उप जिलाधिकारी द्वारा अपने भ्रष्ट लेखपाल को खुशबू के उपरोक्त प्रमाण पत्रों को जारी करने के लिए कार्यालय में बुलाकर रिपोर्ट लगाने के लिए निर्देशित किया गया था।

लेकिन बाद में उक्त मनबढ़ व रिश्वतखोर लेखपाल डीएम,एसडीएम की बातों को अनसुनी करते हुए पुनः उच्च अधिकारियों को गुमराह किए जाने की कोशिश में लगा है। खुशबू ने बताया कि इन सब मामलों के पीछे उनके चाचाओं का हाथ है। वह उसकी संपत्ति हड़पने के यह सब हथकंडा अपना रहे हैं। इसके लिए ग्राम प्रधान से मिलकर बड़ी साजिश रच रहे हैं जिसके लिए संबंधित लेखपाल कानूनगों आदि को मोटी रकम देकर अनाथ बच्ची का हक मारने की पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं।

बताया जाता है कि उक्त लेखपाल उपरोक्त सारे सबूतों को नजरंदाज कर मात्र ग्राम प्रधान द्वारा दिए गए प्रमाण पत्रों को ही आधार मानकर अधिकारियों को गुमराह कर अनाथ बालिका के हकों को बलि चढ़ा रहा है। पीड़िता ने जिलाधिकारी,मण्डलायुक्त, सचिव राजस्व परिषद व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेखपाल के अलावा अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के रवैए की टीम गठित कर जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने व उसके द्वारा आवेदन किए गए ऑनलाइन प्रमाण पत्रों को जारी किए जाने की मांग की है। अब देखना है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी क्या पीड़िता को इंसाफ दिला पाते हैं कि उक्त लेखपाल की बातों में गुमराह बने रहते हैं।

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