किसानों के लिए मुसीबत बना है तहसील भीटी में सम्मान निधि पटल पर तैनात अनुदेशक अजय राना का भ्रष्टाचार

ऐसे कृत्य करने वाले अनुदेशक को तहसील से हटाकर जूनियर हाईस्कूल में भेजने की स्थानीय लोगों ने की मांग
अम्बेडकरनगर। तहसील भीटी कार्यालय में तैनात शिक्षा विभाग का अनुदेशक का भ्रष्टाचार सिर चढ़ बोल रहा है जिसके विरूद्ध निरन्तर शिकायतें होती आ रही हैं किन्तु कार्यवाही नहीं हो रही है। इसे लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों के अनुसार शिक्षा क्षेत्र भीटी के जूनियर हाईस्कूल में अजय राना को अनुदेशक के पद पर तैनाती की गयी है जिन्हें बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा देने की जिम्मेदारी नियुक्ति के दौरान सौंपी गयी थी। वर्ष 2019 में केन्द्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि में किसानों के उपज बढ़ाने के लिए संचालित हुई थी। उस दौरान तहसील में किसानों के ऑनलाइन आवेदन व उसके जांच सबंधी कार्य के लिए जूनियर हाईस्कूल से तहसील में अजय राना को सम्बद्ध करते हुए पटल पर बैठाया गया था ता कि किसानों को योजना का लाभ पाने में उन्हें आ रही समस्या का समाधान होता रहे किन्तु अजय राना किसानों के हित के बजाय उनके शोषण में जुट गये। बताया जाता है कि अजय राना द्वारा किसानों से उन्हें योजना का लाभ पाने के लिए प्रति किसान देढ़ से दो हजार रूपये सुविध शुल्क के नाम पर वसूली शुरू की गयी जो वर्तमान में भी उनके द्वारा यह कृत्य किया जा रहा है। बताया जाता है कि जिन किसानो से उक्त रकम उन्हे नहीं मिलती है,हैरान व परेशान करना अजय राणा की आदत बन गयी है। लोगों ने यह भी बताया कि अजय राना द्वारा किसान सम्मानिधि के पटल पर रहते हुए अपने परिवार व नात-रिश्तेदारों के सदस्यों जिनके नाम खतौनी नहीं रही,फर्जी कागजातों के जरिये आनलाइन आवेदन करके किसार सम्मानिधि का लाभ दिलाये जाने का खेल किया गया। इस तरह के कार्यशैली को लेकर आक्रोशित स्थानीय लोगों ने एसडीएम से लेकर डीएम को शिकायत किया, जांच में दोषी पाये गये और फर्जी ढंग से सम्मान निधि का लाभ लेने वालों लोगों रिकबरी भी करायी गयी। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे भ्रष्ट अनुदेशक कम्प्यूटर आपरेटर के कृत्य की जिलाधिकारी को संज्ञान लेकर जांच कराना चाहिए और जूनियर हाईस्कूल में बच्चों के कम्प्यूटर शिक्षा जो बाधित है उसके लिए तहसील से हटाकर सम्बंधित स्थान पर भेज देना चाहिए। ताकि बच्चों को कम्प्यूटर की शिक्षा बेहतर ढंग से मिल सके।