Ayodhya

किछौछा दरगाह शरीफ में चबूतरे का निर्माण न होने में इंतजामियां कमेटी पर आरोप

  • कमेटी की लापरवाही व अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे हैं आए दिन जायरीन

टांडा,अम्बेडकरनगर। विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत सैयद मखदूम अशरफ किछौछा शरीफ में विगत दो वर्ष पूर्व आस्ताने का चबूतरा गिर जाने के बाद उसका निर्माण कार्य अभी तक नही कराया जा सका। उस दिवाल को कमेंटी द्वारा नहीं बनवाये जाने को लेकर तरह तरह की चर्चाये जोरो पर है।
चर्चा तो यहा तक है कि इस दिवाल जोड़वाने के लिए पूरे देश के कोने कोने से चन्दे की वसूली का चक्कर है सबसे बड़ी यह है कि दिवाल जोड़ने के लिए नीर शरीफ में जो पुल बनाया है उसमें भारी मात्रा में बोरे भरकर सफेद बालू डाला गया है सफेद बालू सड़ जाने से हरी घास जम गयी है जिससे नीर शरीफ में भारी गन्दगी फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है जिससे पानी में रहने वाले जीव मर सकते है। इस नीर शरीफ का पानी यहां आने वाले जायरीन बड़ी श्रद्धा पूर्वक ले जाते है। ऐसे में नीर शरीफ में गंदगी रही तो लोगो की आस्था पर चोट पहुंच सकती है सूत्रो के मुताबिक कमेटी को उर्स का इंतजार है जिससे बाहर से आने वाले धनाढ्य जायरीनो से लम्बा आर्थिक सहयोग मिल सके। सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि नीर शरीफ का जल प्रदूषित हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन है? अगले अंक में पढ़िये आस्ताने पर क्यों होती है जायरीनों से पैसे की छिना झपटी ?

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