अहिरौली थाने का सिपाही अरविंद यादव भ्रष्टाचार में आकंठ, फरियादियों से फोन पर पैसा मांगने में नहीं करता संकोच

👉 क्षेत्र में उक्त सिपाही के काले कारनामे को लेकर चर्चा का बाजार गर्म
मदन शुक्ल
अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश सरकार में जहां पर भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सरकार सख्त से सख्त कदम उठा रही है वहीं पर अहिरौली थाने में तैनात सिपाही अरविंद यादव अपने हल्के में विवाद को जन्म देने में और भ्रष्टाचार को बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।
बताते चलें कि यह मनबढ़ सिपाही फरियादियों से पैसा ना मिलने पर काफी हद तक बदतमीजी करता है। और यहां तक की जब कोई मामला सुलझ जाता है तो उसमें भी दोनों तरफ से पैसा लेने के लिए हर स्तर पर उतर जाता है। अगर नहीं मिला तो लगातार फोन भी करता रहता है।
अभी कुछ समय पहले मिट्टी ढोने वाली गाड़ियों को पकड़ा था और बोली लगा रहा था अंततः जब मामला सेट हो गया तो गाड़ियों को छोड़ दिया। और अभी जल्द ही एक फरियादी से कुछ दिन पहले जब पैसा नहीं मिला था तो फिर वह उसके पास बार-बार फोन भी कर रहा था।
करीब हफ्ते भर बाद जब वह फरियादी अपनी व्यथा लेकर थाने पर पहुंचा तो थानाध्यक्ष को अपनी बात बताई और थाना अध्यक्ष ने इसी मनबढ़ सिपाही को मामले को देखने के लिए बोला तो इस सिपाही ने तुरंत उस व्यक्ति से कहा कि क्यों बे आज तो फिर पुलिस से काम तुम्हारा पड़ गया ना।
चलो बताते हैं आज आखिर इतने बड़े कुत्सित मानसिकता के सिपाही को थाने में तैनाती क्यों दी गई है इससे किसी भी फरियादी को न्याय कैसे मिलेगा। इस सिपाही से बात करने पर यह कहता है कि राजस्व का मामला या कोई भी मामला हो हम सब के जानकार हैं निस्तारण हम करना जानते हैं। और क्षेत्रों में भी राजस्व संबंधी मामलों को विवाद देने का काम यह सिपाही काफी तेजी से करता है।
सूत्रों के अनुसार कुछ मामलों में तो थानाध्यक्ष को भी नहीं पता होता है और बीच में ही है मोटी रकम सेट करके मामले को डकार जाता है। फोन करके पैसा मांगना इनकी आदत में शुमार है। आखिर ऐसे भ्रष्टाचारी सिपाही के अत्याचार को अहिरौली थाने के क्षेत्र की जनता को कब तक सहन करना पड़ेगा।