37 वें दौर का वार्षिक अमारी का जुलूस हजपुरा में शान शौकत के साथ निकला

जलालपुर। अंबेडकरनगर स्थानीय तहसील क्षेत्र के हजपुरा गांव में गुरुवार को 37 वें दौर का वार्षिक अमारी का जुलूस शानों शौकत के साथ निकला। अंजुमन असगरिया के तत्वावधान में मातमी सदाओं के बीच अलम, ताबूत और अमारी के साथ निकले जुलूस के दौरान अंजुमन के सदस्यों ने नौहाख्वानी व सीनाजनी की। जुलूस के बीच में उलेमाओं ने कर्बला के शहीदों पर प्रकाश डाला।अंजुमन असगरिया के तत्वावधान में जुलूसे अमारी के शुरुआती दौर में मोहम्मद हाशिम (मद्दन) के आवास पर 18 शबीह ए रहवार की जियारत (दर्शन) जीशान अली निजामाबादी एवं जुहैर सुल्तानपुरी ने कराया। जिसमें भारी संख्या में मोमनीन मौजूद रहे। दौराने जुलूस मौलाना सैयद मोहम्मद मेंहदी आजमगढ़ ने कहा कि इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की कुर्बानी हमें कभी किसी बेगुनाह का खून न बहाने एवं वादा करके हमेशा उसे पूरा करने का संदेश दिलाती है। उन्होंने शाम ( सीरिया) के क़ैद खाना में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की चार साल की बेटी हज़रत सकीना की हुई दर्दनाक शहादत व अहले हरम की रिहाई के बाद पहली बार कर्बला पहुंचने का जिक्र किया तो अजादार सिसकियां भरने लगे। जुलूस में ऊंटों पर सजी अमारियां, शबीहे रहवार, ताबूत व अलम की जियारत लोग पूरे दिन करते रहे। जुलूस में मौलाना सैयद कसीम आज़मी, मौलाना सैयद नूरुल हसन, मौलाना वसी हसन खान, मौलाना सैयद नदीम रज़ा ज़ैदी, मौलाना अकबर हुसैन कर्बलाई ने तकरीरों के माध्यम से कर्बल की रूदाद बयान किया। जिसे सुनकर मोमनीन भावुक हो गए। जुलूस में अंजुमन यादगारे हुसैनी सेथल बरेली, अंजुमन इमामिया बस्ती, अंजुमन सज्जादिया जलालपुर, अंजुमन आबिदिया नौगावां सादात, अंजुमन अज़ा ए हुसैन सुरौली सुल्तानपुर समेत अंजुमन असगरिया हजपुरा ने नौहा मातम किया। जुलूस का संचालन मौलाना अरशी मौलाई ने किया। वहीं नक़वी कमेटी ने जुलूस में शिरकत करने आए सभी जायरीनों व मातमी अंजुमनों के प्रति आभार व्यक्त किया। जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था में सम्मनपुर थाना क्षेत्र की पुलिस मुस्तैद रही।