Ayodhya

सर्राफा व्यवसाई के यहां हुई 2 लाख से अधिक की टप्पे बाजी के मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ

  • मोहल्ले के सीसीटीवी की भी अभी तक नहीं हो सकी जांच
  • ऐसे में किस तरह से व्यापारी को मिल पाएगा न्याय

अंबेडकर नगर। विगत दिनों बसखारी बाजार में सर्राफा की दुकान से ₹200000 की टप्पे बाजी के मामले में बसखारी पुलिस अभी तक कुछ भी कर पाने में अस्थल है। पुलिस की इस कार्यशैली से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जब से थानाध्यक्ष अश्विनी मिश्रा ने थाना बसखारी का कार्यभार संभाला है चोरों के हौसले और भी बुलंद हो गए हैं ।

बताते चलें कि सर्राफा व्यवसाई भरत लाल गुप्ता के यहां हुई टप्पे बाजी की घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा अभी कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दो अज्ञात महिलाओं के नाम प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डालकर गहरी निद्रा में पुलिस सो गई है। गौरतलब है कि सर्राफा व्यवसाई के यहां गहना देखने के बहाने आई दो महिलाओं ने दो लाख से ऊपर के गहनों पर हाथ साफ कर दिया था.

इस मामले में सर्राफा व्यवसाई भरत लाल गुप्ता ने थाना बसखारी में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद दो अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच विनय कुमार सोनी को सौंप दी गई पीड़ित भरत लाल गुप्ता ने बताया कि पुलिस द्वारा मोहल्ले में लगे सीसीटीवी को अभी तक चेक नहीं किया गया है ।

आखिर सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस इतना शिथिल क्यों है क्या कुछ दिन बाद जब घटना कैमरे से खत्म हो जाएगी तो पुलिस को एक रास्ता मिल जाएगा कि कहीं कोई कुछ पता नहीं चला और अंततः मामले को खत्म करने में पुलिस को महारत हासिल हो जाएगा। क्षेत्र में इस तरह की चर्चा चारों तरफ है कि पुलिस चोरी की घटनाओं में खुद ही साझेदार है। आखिर पुलिस की इस कार्यशैली पर क्षेत्रीय लोगों को कैसे भरोसा होगा कि लोगों की सुरक्षा करेंगे। इस कार्यशैली से तो यही पता चल रहा है कि चोर और पुलिस का खेल खुल्लम खुल्ला जारी है।

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