Ayodhya

सड़क पर युवक की लाश रख प्रदर्शन के मामले में आधा दर्जन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज

 

अंबेडकरनगर। युवक का शव सड़क पर रखकर जाम लगाना, पुलिस के प्रति मुर्दाबाद आदि का नारा लगाने आदि के मामले में उपनिरीक्षक की तहरीर पर 19 ज्ञात और 50-60 अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने आधा दर्जन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। प्रकरण आलापुर कोतवाली के रामनगर चौराहे का है।विदित हो कि आलापुर कोतवाली के ठटठापुर गांव निवासी युवक शुभम यादव घायलावस्था में 22 मई की सुबह अपने घर के नजदीक बेहोशी की हालत में मिला था।उसकी मोबाइल और सोने की अंगूठी जहां गायब थी वही घड़ी और बाइक क्षतिग्रस्त मिली थी।युवक के सिर समेत अन्य अंगों पर गंभीर चोट के निशान थे। गौरतलब है कि 21 मई को उसके बहन की शादी थी और वह कार्यक्रम में लगभग 2.30 बजे तक मौजूद था।वह घर से बाइक से निकला था और वह 22 मई की सुबह घायल अवस्था में मिला था। तत्समय परिजनों ने पुलिस को सूचना देकर आजमगढ़ स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया था।उसकी स्थिति में सुधार नहीं होने पर बेहोशी की हालत में मेडिकल कॉलेज लखनऊ में भर्ती कराया गया और वहां से डिस्चार्ज कर राजकीय महामाया मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती कराया गया जहां शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। शाम को पोस्टमार्टम के बाद परिजन युवक के शव को घर ले जा रहे थे। रामनगर बाजार पहुंचने पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने परिजनों की मांग पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या आदि की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया इसके बाद परिजन दाह संस्कार के लिए चले गए। इधर परिजन गमगीन माहौल में युवक का दाह संस्कार कर रहे थे उधर आलापुर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक बालमुकुंद की तहरीर पर 19 ज्ञात और 50-60 अज्ञात के विरुद्ध सड़क जाम, सरकारी काम में बाधा, पुलिस और आम जनता से मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। तहरीर में लिखा है कि उपनिरीक्षक हमराह सिपाहियों के साथ जहांगीरगंज बाजार से अतिक्रमण हटा कर वापस लौट रहे थे।जब वे रामनगर बाजार पहुंचे तो पूरे बाजार में जाम लगा था।ठटठापुर गांव के दृगपाल यादव, रामचेत यादव समेत 19 ज्ञात मृतक शुभम का शव रखकर सड़क को जाम कर दिया था। जाम में जहां एंबुलेंस और गैस का वाहन फंसा था वही आवागमन पूरी तरह बाधित था। परिजनों से शव हटाने की मांग की गई किंतु वे शव हटाने के बजाय उत्तेजित होकर पुलिस के प्रति नारेबाजी करने लगे और मुआवजा की मांग करने लगे। प्रभारी कोतवाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

परिजनों ने लगाए आरोप 

परिजनों ने बताया कि युवक की हत्या की गई है जिसकी तहरीर कोतवाल को दी गई थी। किंतु कोतवाल साहब इसे हत्या के बजाय दुर्घटना बताने पर आमदा थे। ग्रामीण चाहते थे कि अज्ञात के विरुद्ध पुलिस हत्या आदि की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच करे।मृतक का मोबाइल अंगुली में पहनी अंगूठी कौन ले गया। घटना के सप्ताह भर बाद भी पुलिस जांच नहीं कर पाई। मृतक के मोबाइल काल डीटेल की अंतिम काल किसकी थी। मृतक किसके बुलाने पर शादी कार्यक्रम छोड़ गया था। पुलिस की जांच पर शक था। लिहाजा शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन के अलावा कोई चारा नहीं था।

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