शासन की मंशा पर पानी फेर रहे बीबीपुर रण्डौली के प्रधान व सचिव,जेसीबी से तालाब खुदाई का मामला

अंबेडकरनगर। कटेहरी विकास खंड क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत बीबीपुर रंडोली में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी ने मिलकर तालाब खुदाई में सरकार के सारे नियमों और कानून का चिथड़ा बना डाला। जहां एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार मुक्त का दावा करती है। वहीं दूसरी तरफ इसी सरकार के अधीनस्थ कर्मचारी और अधिकारी दोनों मिलकर सरकार के सारे नियमों और कानून को कूड़ेदान में फेक कागज के टुकड़े की तरह मसलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे ही मनमानी के कारण सरकार की मनरेगा योजना इन्हीं भ्रष्ट अधिकारियों और प्रधानों के चलते धराशाई होती जा रही है। मनरेगा योजना को धराशाई करने में भी विभागीय अधिकारियों की भी भूमिका रहती है। तो ऐसे कहां संभव है कि मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार मिल पाएगा। जब ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी मिलकर मजदूरों की जगह जेसीबी से काम कराएंगे तो लोगों को रोजगार कहां से मिलेगा और इतना ही नहीं अगर जेसीबी मशीन से काम हुआ है तो इसका भुगतान भी किस-किस के खाते में विभाग द्वारा किया गया है यह भी जांच का विषय है। क्योंकि तालाब की खुदाई मनरेगा योजना के तहत मजदूरों से कराए जाने का प्रावधान है, जिसको पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी गौरव कुमार ने जेसीबी मशीन से करते हुए अधिकारियों के मुंह पर तमाचा लगा दिया। बताते चलें कि ग्राम पंचायत बीबीपुर रंडोली में दो तालाब जिसका नाम जैतिया और कोहरगढ़वा है। जिसकी खुदाई ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी मिलकर जेसीबी मशीन से एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे पखवाड़े भर लगातार रात दिन कराते रहे। इस संबंध में जब ग्राम पंचायत अधिकारी गौरव कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमें नहीं थी आज जब सूचना मिली तो हमने काम बंद कर दिया। और यह भी कहा कि अभी उसका एस्टीमेट ही नहीं बना था तो खुदाई कैसे हो जाएगी जबकि वीडियो और फोटो यह दिखा रहे हैं की मशीन भी चल रही है और उसमें आने वाले पेड़ भी गिरा दिए गए हैं जो एक दिन का काम नहीं है सबसे बड़ी बात तो यह है की एक ग्राम पंचायत अधिकारी जिसकी देखरेख में यह सब काम होना है वह किस तरह से झूठ बोलते हुए पल्ला झाड़ रहा है। उसके बाद जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता है मैं बाहर गया था किसी ने मिट्टी निकाल लिया है पता लग रहा हूं उसका। इतने बड़े तालाब की खुदाई हो गई और ग्राम प्रधान को पता ही नहीं जो सारी बातों पर सिर्फ पानी फेरते हुए बचना चाह रहा है। आखिर जिले के अधिकारी ऐसे ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर कब तक मेहरबान रहेंगे। कहीं ऐसा तो नहीं है कि कमीशन का एक मोटा हिस्सा पहले से तय हो गया हो जिससे संबंधित अधिकारी भी कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कमीशन का मोटा हिस्सा अधिकारियों तक पहले पहुंच जाता है जिससे कार्यवाही करने से अधिकारी कतराते रहते हैं। गांव के एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रात के अंधेरे में भी जेसीबी और ट्रैक्टर लगातार मिट्टी निकाल रहे थे। जिसका वीडियो भी साक्ष्य के तौर पर मौजूद है। इतना सब कुछ सबूत होने के बावजूद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा ऐसे भ्रष्ट ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर कार्यवाही ना होना कहीं ना कहीं विभागीय अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़ा होता है।