विकास खण्ड जलालपुर की ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का बोलबाला

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प्रधान व सचिवों की कार्यशैली से मानक के अनुरूप नहीं हो पा रहे हैं निर्माण कार्य
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विकास विभाग के अधिकारियों पर लोगों ने लगाये भ्रष्टाचार के हिस्से में बंदरबांट का आरोप
अम्बेडकरनगर। विकास खण्ड जलालपुर की ग्राम पंचायतां के विकास में घोटालों का खेल चल रहा है जिसमें प्रधान व सचिवों की मिलीभगत बताया जा रहा है। इस तरह के मामले में लोगों ने अधिकारियों पर भी आरोप लगाये हैं।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा गांवों के विकास में भारी भरकम धनराशि अवमुक्त करायी जा रही है ताकि यहां के ग्रामीणों को शहरों जैसे सुविधाएं मिल सके। सरकार की इस मंशा पर भ्रष्टाचार भारी पड़ रहा है। उक्त विकास खण्ड की ग्राम पंचायतों में किसी का भी स्थलीय निरीक्षण करा लिया जाए तो यहां नाली, खड़न्जा,सीसी मार्ग,खेल मैदान समेत अन्य जो भी निर्माण कार्य है वे मानक के अनुरूप नहीं हैं। नतीजा यह है कि 5 साल के दौरान ही हुए विकास के निर्माण कार्यों की हालत बदहाल हो गयी है। जगह-जगह इंर्ट टूटकर ध्वस्त हो गये हैं, इण्टरलॉकिंग जो कराया गया है आईएसआई मार्का न होने से वह भी छतिग्रस्त दिखाई पड़ रहे हैं। इसके अलावा आवास योजना है। इस योजना का लाभ पात्रों को मिलना चाहिए किन्तु अधिकांश अपात्रों को दिये गये हैं। अभी भी तमाम ऐसे गरीब पड़े है जिनके रहने के लिए छत नहीं है झुग्गी और झोपड़ियों में जीवन यापन कर रहे हैं। इसमें जिन्हे लाभ पहुंचाया गया है वे 10-20 हजार रूपये प्रति वसूली के शिकार बने है। स्ट्रीट लाइटें लगी है, घटिया किस्म की होने के चलते वे लगने के कुछ ही दिन बाद खराब हो गये हैं जिनसे रोशनी लोगों को नहीं मिल पा रही है। रही बात साफ-सफाई की नालियां पटी पड़ी है और मार्गों पर गंदगी का अम्बार है। यह सामने आ जायेगा। इसी तरह सभी ग्राम पंचायतों के हाल है जहां के ग्रामीणों का आरोप है कि घटिया निर्माण कार्यों सहित कल्याणकारी योजनाओं में प्रधान और सचिवों के भ्रष्टाचार से सरकार की मंशा नाकाम हो रही है लोगों का कहना है कि शिकायतें होने पर इनके बचाव में एडीओ पंचायत से लेकर खण्ड विकास अधिकारी व जिले के विकास विभाग के जो भी अधिकारी है सभी लग जाते हैं जिससे साफ जाहिर है कि विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के हिस्से में सभी बंदरबांट करते हैं। इसीलिए किसी प्रधान व सचिव के विरूद्ध ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही है।