Ayodhya

मुख्यमंत्री को अपने दर्द नहीं सुना पाए आशा संगनियां और बाबा वीरेंद्र दास, सभी को पुलिस ने किया नजरबंद, देखिए वीडियो

जलालपुर, अंबेडकरनगर।जनपद में मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम में किसी प्रकार के व्यवधान न पहुंच पाए इसलिए पुलिस ने एक महिला संगठन के प्रदेश अध्यक्ष के घर पहरा बैठा कर नजर बंद कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने वीडियो जारी कर सरकार पर जबरदस्ती और तानाशाही का आरोप लगाया है।

विदित हो कि 20 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनपद मुख्यालय पर कार्यक्रम है। कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न न कर सके ऐसे लोगों को पुलिस ने चिन्हित किया और उनके घर पुलिस का पहरा बैठा कर उन्हें नजरबंद कर दिया गया।

इसी कड़ी में जैतपुर थाना के राजेपुर कोपा निवासिनी आशा एवं आशा संगिनी कार्यकत्री संगठन की प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा तिवारी भी चपेट में आ गई। जैतपुर पुलिस ने दो सिपाही को उनके घर भेज दिया और उनके आने जाने पर रोक लगा कर उन्हे घर में ही नजर बंद कर दिया।

प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी वीडियो में कहा गया है कि जब संगठन द्वारा मुख्यमंत्री का घेराव अथवा ज्ञापन देने से संबंधित कोई कार्यक्रम तय नहीं था तो फिर प्रशासन ने हमारे और हमारे पदाधिकारियों के ऊपर तानाशाही रवैया क्यों अपनाया।

जब इस बाबत सीओ देवेंद्र कुमार से बात किया गया तो उन्होंने किसी को नजर बंद नहीं करने की जानकारी दी। किंतु प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी वीडियो और फोटो कुछ और हकीकत बयां कर रहा है। वहीं रसूलपुर बाकरगंज निवासी बाबा वीरेंद्र दास ने भी खुद को अकबरपुर कोतवाली में निरुद्ध किए जाने का एक वीडियो जारी किया है।

उन्होंने बीते काफी समय से भूदान कमेटी की जमीनों को संरक्षित करने के लिए चलाई जा रही मुहिम में चल रहे धरने से जबरिया उठा दिए जाने और अकबरपुर कोतवाली में बैठा लिए जाने के दौरान प्रशासन की मंशा पर सवाल उठाया है।

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