Ayodhya

मानक के विपरीत पाइपलाइन विस्तार में जर्जर सड़कों से गुजरने को मजबूर हैं टाण्डा नगरवासी

 

टांडा,अम्बेडकरनगर। टांडा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत नगर के एक लाख आबादी की प्यास बुझाने को बिछवाई जा रही पाइपलाइन विवादों में घिर गई है। नियमानुसार पाइपलाइन जमीन में एक मीटर गहराई करके बिछाई जानी चाहिए, लेकिन इसके विपरीत पाइप लाइन को किसी तरह मिट्टी में दबाया जा रहा है, जो ऊपर से दिखाई दे रही है। सड़कें क्षतिग्रस्त होने से नगरवासी व राहगीर हैरान और परेशान हैं। जेबे गर्म होने से जिम्मेदार इसकी कोई सुधि नही ले रहे है। टांडा नगर में पेयजल योजना के जरिये जलापूर्ति उपलब्ध कराने की मंशा से जलनिगम द्वारा कार्य कराया जा रहा है। इसमें बिछवाई जा रही पाइपलाइन बिछते ही क्षतिग्रस्त होने लगी है। निकट भविष्य में इस पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने से मोहल्ला वासियों को गम्भीर परिणाम झेलने पड़ेंगे।विद्युत खंभों से पाइपलाइन की दूरी का भी ध्यान नही रखा गया है। पाइप लाइन डालने का कार्य नगरवासियों को सहूलियत देने के बजाय सिरदर्द पैदा कर दिया है पाइप लाइन बिछवाने के लिए सड़क काटकर खुदवाई गई, जिससे सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पाइपलाइन बिछवाने के लिए निर्धारित मानक के अनुरूप खोदाई नहीं कराई न ही विद्युत खंभों से पाइपलाइन की दूरी का ध्यान रखा गया जिससे कभी भी अनहोनी घटना घट सकती है। टांडा नगर के तलवापार के निकट कब्रिस्तान के बगल आमने-सामने गली की इन्टरलाकिंग तीन महीने पहले पाइपलाइन डालने के लिए जलनिगम द्वारा खोद दी गयी लेकिन पाइपलाइन नही डाली गयी और न ही इन्टरलाकिंग ठीक की गयी जिससे इस मोहल्ले के गली की हालत बद् से बद्तर हो गयी है मोहल्ले के जुल्फेकार,इश्तियाक, तौफीक, ज्ञान चन्द्र ,बब्लू आदि का कहना है कि जलनिगम पूरी तरह मनमानी कर रहा है जब इन्टरलाकिंग सड़क खोदने के बाद पाइपलाइन नहीं डाली गयी तो नये सिरे से इन्टरलाकिंग बनवाना चाहिए लेकिन जलनिगम ने नही बनवाया जिससे गली में लोग जलनिगम द्वारा पाइपलाइन के लिए खोदे गये गड्ढे में गिरकर घायल हो चुके है और कई लोगो की हड्डी टूट चुकी है लेकिन जिम्मेदार घृतराष्ट्र बने हुए है। यही हाल छज्जापुर दक्षिण व मीरानपुरा मोहल्ले का है यहां भी जलनिगम द्वारा सड़क खोदकर हाहाकार मचा दिया है शिवम नर्सिंग होम के पास सड़क एक फुट से भी कम खोदा गया पाइपलाइन डालकर मिट्टी दबा दी गयी रास्ता अवरूद्ध होने राहगीर इसी पाइपलाइन वाले गड्ढे में गिरकर अपनी हड्डी तोड़वा चुके है।

यह है नियम
पाइप लाइन बिछवाने से पूर्व कच्ची नाली के बेस को कंक्रीट से पक्का कराया जाना चाहिए, पाइपलाइन डालने में हर पाइप के नीचे सीमेंटेड बेस बनाया जाना चाहिए था। लेकिन, यहां न तो पाइपलाइन के लिए मानक के अनुरूप गहराई कराई जा रही और न ही बेस को पक्का कराया जा रहा है। मानक के अनुसार पाइपलाइन को एक मीटर की गहराई में खोदकर डाला जाना था, लेकिन मौके पर ठीक से एक फिट भी गहरी खुदाई नहीं की गयी और जबरदस्ती उसी में पाइपलाइन डाल दी गयी है।

जल्द होगी मुख्यमंत्री से शिकायत
जलनिगम की हठधर्मिता व निकम्मेपन से आजिज आकर अब नगरवासी मुख्यमंत्री के अबकी बार कटेहरी विधानसभा में आने पर लिखित शिकायत करेगे जिससे जलनिगम के अधिशाषी अभियंता व जेई के विरुद्ध कार्यवाही हो सके।

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