Ayodhya

बसखारी के ऐतिहासिक भरत मिलाप देखने के लिए उमड़ा जनसैलाब…देखें Video

👉बिगड़ते मौसम ने भी दर्शकों का जोश कम नहीं कर सका
👉वर्ष में एक बार होने वाले भरत मिलाप का मनोरम दृश्य दिलों को छू जाता है
👉इस दौरान दुर्गा पूजा का कार्यक्रम चार चांद लगा देता है
👉भरत मिलाप के दौरान निकली झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र

अंबेडकर नगर। बसखारी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के रामलीला मंचन, दशहरा, भरत मिलाप, राजगद्दी और दुर्गा पूजा विसर्जन के उपरांत नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में विस्तारीकरण में आया ग्राम पंचायत बसखारी जोकि वर्षों से भरत मिलाप के लिए ख्याति बटोर रखा है।

रामलीला मंचन के बाद दशहरे का मेला के उपरांत बसखारी के क्षेत्र में दुर्गा पंडालों का भव्य स्वरूप जगमगाती लाइटों से रोड और फूलों से सजा मातारानी का पांडाल जगत जननी का दरबार इसी दौरान ऐतिहासिक भरत मिलाप बहुत ही शानदार ढंग से संपन्न हुआ।

बताते चलें कि बसखारी क्षेत्र का भरत मिलाप अपने आप में बहुत सारी खूबियां को समेटे हुए है जो कि वर्षों से मशहूर है। भरत मिलाप का कार्यक्रम देखने के लिए हजारों की संख्या में आसपास ही नहीं दूरदराज के क्षेत्रों से लोग आते हैं और दुर्गा पूजा पंडालों पर पहुंचकर माता शेरावाली का दर्शन कर प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

बसखारी चौराहे से अकबरपुर मार्ग, टांडा मार्ग, रामनगर मार्ग, आजमगढ़ मार्ग और जलालपुर मार्ग श्रद्धालुओं और दर्शकों के आवागमन एवं चहल कदमी पूरी रात लगी रहती है और मुख्य बाजार तो पूरी तरह चकाचौंध रहता है पूरा मुख्य बाजार दर्शनार्थियों से खचाखच भरा रहता है और सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से कई थानों की पुलिस की तैनाती के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने सीओ सिटी भी मौजूद रहे।

श्रीदुर्गा पूजा समिति अकबरपुर रोड बसखारी जोकि अपने आप में एक इतिहास है। समिति के संरक्षक विकास मोदनवाल ने बताया कि बसखारी का भरत मिलाप ऐतिहासिक भरत मिलाप है यहां हजारों की संख्या में लोग आते हैं मातारानी का दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करते हैं और मातारानी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

इसी दौरान तरह-तरह की झांकियां अलग-अलग क्षेत्रों, मोहल्ला से निकाली जाती हैं जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना होता है।श्रद्धालु इसका लुफ्त उठाते हैं और इन्हीं झांकियों में से तीन चुनिंदा झांकियों को चुना जाता है जिनको प्रथम द्वितीय और तृतीय श्रेणी में रखते हुए मंच से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

फिर भगवान श्री रामचंद्र जी तीनों लोकों पर अपना शासन चलाने वाले दशानन लंकेश महाराजा रावण का वध कर असत्य पर सत्य की जीत का विजय पताका लहराते हुए अयोध्या नगरी को आते हैं जहां पर तीनो लोक में भाई के प्रेम को अमरत्व प्रदान करने वाले भाई भरत से मिलन होता है चारों भाई भगवान श्रीरामचन्द्र जी, भगवान लक्ष्मण जी, भगवान भरत जी और भगवान शत्रुघ्न एवं प्रभु श्री रामचंद्र जी के साथ माता सीता जी और राम भक्त हनुमान जी एक साथ मिलने का यह अनोखा अनमोल, सुंदर, मनोरम दृश्य सारे जगत में पूजनीय है।

इसी दृश्य का प्रदर्शन बसखारी के भरत मिलाप में किया जाता है जिसे देखने के श्रद्धालुओं में दर्शकों की होड़ लगी रहती है। एक तरफ से भाई भरत और दूसरी तरफ से प्रभु श्री रामचंद्र जी दौड़ते हुए आते हैं और एक दूसरे के गले से लग कर आंखों से अश्रुओं की धाराएं बहाते हैं। इस दृश्य को देखकर लोगों के आंखों में आंसू झलक पढ़ते हैं।

भाइयों का यह प्रेम संसार में एक विशेष स्थान और ख्याति प्राप्त कर रखी है, जो जन्म जन्मांतर से महत्ता को समेटे हुए है। भरत मिलाप का पूरा कार्यक्रम श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष राम कुमार गुप्ता एवं समस्त पदाधिकारियों की देखरेख में बड़े ही शानदार ढंग से और कुशलता पूर्वक संपन्न हुआ।

वही बसखारी क्षेत्र में सभी श्रीदुर्गा पूजा पंडाल समितियों के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं द्वारा सुरक्षा व्यवस्था में अपना पूर्ण सहयोग पूरी तत्परता के साथ दिया जाता है जिससे भरत मिलाप का कार्यक्रम बेहतरीन ढंग से संपन्न हो सके।

इस दौरान दुर्गा पूजा समितियों के पदाधिकारीगण एवं सदस्यगण मनोज मद्धेशिया ( मन्टू),अजय गुप्ता,प्रमोद कन्नौजिया अरविंद अग्रहरी,विजय सोनकर,पवन जायसवाल, राकेश यादव,पंकज मद्धेशिया, बालगोविंद, रमेश साहू,धीरज गुप्ता,सूरज अग्रहरी,मोनू मद्धेशिया, लवकुश मोदनवाल,पिंटू विश्वकर्मा,विनीत सोनी (छोटू) के अलावा हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं दर्शकगण मौजूद रहे।

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