बढ़ती जलकुंभी से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही पुंथर झील

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नौका विहार की उम्मीद लगाये लोग निराश लौटने को हो रहे मजबूर
अम्बेडकरनगर। जिले के टांडा तहसील क्षेत्र में जिलाधिकारी के प्रयास कभी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध पुंथर झील अब रखरखाव के अभाव में अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है जिसके चलते तालाब की उपयोगिता व सुंदरता भी फीकी पड़ रही है। बता दें कि इस झील के सौंदर्यीकरण के जिलाधिकारी ने अथक प्रयास किया था। प्रदेश सरकार के बहुत से मंत्री नेता व राज्यपाल को भी पुंथर झील ने अपनी ओर आकर्षित किया था। लेकिन सौंदर्यीकरण का कार्य व रख रखाव के अभाव में पुंथर झील अपनी आस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और इसकी सुंदरता फीकी हो चली है। जहां कराए गए। सौंदर्यीकरण के एक भी कार्य सलामत नहीं है। तालाब में सौंदर्यीकरण के साथ नाव बोट, सीमेंट कुर्सी व अन्य सौंदर्यीकरण कार्य किया गया था। लेकिन वर्तमान हालात यह है कि सब कुछ उजड़कर इस तालाब की सुंदरता फीकी पड़ चुकी है। पहले यहां काफी उम्मीद के साथ लोग तनाव मुक्त होने व परिवार के साथ समय बिताने पहुँचते थे। किंतु अब टूटे-फूटे कुर्सी देखकर उन्हें निराशा होती है। नौका विहार के लिए मौजूद नाव जलकुंभी के कारण नहीं चल पा रही है।