बड़ौदा हाऊस,के कथित कार्मिक विभाग के अधिकारी को लेकर NR मंडल में हङंकप ,

लगभग आधा दर्जन कर्मचारियों के तबादले में गैर दखलंदाजी का मामला
लखनऊ। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में विगत पिछले माह में हुआ धरना प्रदर्शन का अब खुल रहा राज एक अधिकारी एवं एक तथाकथित नेता बने चर्चा का विषय?मिली जानकारी के अनुसार मंडल आफिस हज़रतगंज लखनऊ में तथाकथित यूनियन नेताओं का पीरियडकली तबादला को लेकर काफी हो हल्ला मचा हुआ है और तथाकथित तबादला नीति जिसे रेलवेबोर्ड ने खुद सर्कुलेट किया है अब टांय-टांय फिस हो गया और कुछ त्रुटियां भी पाई गयी हैं जैसे तीन वर्ष से कम कार्यकाल अथवा गर्भवती विकलांग महिलाओं का दूर स्टेशनों पर तबादला होना भी एक महत्वपूर्ण कारण रहा लेकिन अब उसका लाभ लेना तथा कथित भ्रष्टाचारियों के लिए वरदान साबित हो रहा है, और इसका प्रमुख कर्ता धरता कार्मिक विभाग का एक अधिकारी निकला जो बड़ौदा हाऊस में डिप्टी सीपीओ के पद पर विराजमान है जिसने वाणिज्य विभाग के एक ट्रांसफर कर्मचारी का तबादला रोकवाने के लिए बनाया दबाव लखनऊ मंडल आफिस के अधिकारियों पर! रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ मंडल में धरना प्रदर्शन की जांच महा प्रबंधक के निर्देश पर बड़ौदा हाऊस के प्रिंसिपल चीफ पर्सनल मैनेंजर ने इसकी जांच उक्त अधिकारी को सौंपा था जो पीसीपीओ का विश्वासपात्र के साथ साथ तथाकथित यूनियन नेताओं का चहेता भी है इसने क्या किया कि पूरी रिपोर्ट ही एक तरफा नेताओं के पक्ष में लगाकर पीसीपीओ को समिट कर दिया जैसा कि मंडल आफिस के सूत्रों ने बताया है। इसका प्रमुख कारण विगत 2013-2015 तक लखनऊ मंडल आफिस में मंडल कार्मिक अधिकारी के पद पर कार्य कर चुका है और साथ ही साथ अब वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी का येन केन प्रकरेण हथियाना चाहता है लखनऊ मंडल में ,इसी के चाह में इसने दर्जनों कर्मचारियों का अवैध ढंग से तबादला रोकवाने में अहम भूमिका अदा किया लेकिन इसकी खबर महाप्रबंधक महोदय को नहीं लगी क्यों।सूत्रों की मानें तो बड़ौदा हाऊस से कौन तथाकथित अधिकारी है जो खुलकर मंडल आफिस के अधिकारियों को हिदायत दे रखी है कि जो भी आदेश दिया जायेगा उसको अक्षरत पालन करना होगा । चाहे गलत होगा अथवा सही। यानी ये दोनों अधिकारियों ने सरकार को चैलेंज दे दिया कि भ्रष्टाचार कभी भी नहीं होगा खत्म! गजब के हैं पीसीपीओ और उनके मातहत अधिकारियों की फौज जो अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए कुछ भी करने को तत्पर हैं।
वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी का तबादला करवाने में चर्चित डिप्टी सीपीओ ..
आखिर कौन है वह डिप्टी सीपीओ और उसको लखनऊ मंडल ही क्यों है पसंद कहीं भ्रष्टाचारियों से हाथ मिलाने का तो नहीं इरादा!मिली जानकारी के अनुसार अब अमित पांडेय का तबादला करवाने के लिए उक्त चर्चित अधिकारी कुछ भी करने को तैयार है।रेलवे के रिटायर्ड एपीओ के अनुसार जो लखनऊ मंडल में आ जाता है तो फिर उसका दिल है की मानता नहीं लखनऊ में रम जाता है इस लिए कि वर्षों में हो जाता है करोड़पति।तबादला से लेकर विभागीय परीक्षा तक में होती है पैसों की वर्षा, बस चर्चित करोड़ पति नेताओं की हो जाये इनायत और नेताजी के कहने पर ही चले प्रशासन।