Ayodhya

प्रतापगढ रेलवे स्टेशन भ्रष्टाचार के मामले में फिर आया चर्चा में, विजलेंस टीम ने बरामद किए 49 हजार रिश्वत की रकम 

 

 

लखनऊ। उत्तर रेलवे मंडल में भ्रष्टाचार सिर पर बोल रहा है सरकार के भ्रष्टाचार जीरो टारलेंस हुआ फेल। सूत्रों के हवाले से खबर गत प्रतापगढ स्टेशन पर 14208 ट्रेन पर एक बार फिर हुआ रेड चर्चित विजिलेंस टीम ने लगभग पचास हजार रुपए फिर किया बरामद,इसके पहले भी बीते वर्ष इन्हीं टीटीई से रेलवे स्टेशन पर पैसा फेंकते हुए पकड़े गये थे विजिलेंस के जरिए।मिली जानकारी के अनुसार 11/6/25 को 14208 पद्मावत एक्सप्रेस नई दिल्ली प्रतापगढ एक्सप्रेस दिल्ली से प्रतापगढ आने पर मुख्यालय की विजिलेंस द्बारा इंचार्ज अब्दुल रसीद,के साथ जितेन्द्र कुमार यादव, उत्तम साहू एवं आरसी गुप्ता को टीटीई आफिस में चेकिंग किया गया, जिसमें से इंचार्ज द्बारा ट्रेन में एक टिफिन मिलने की सूचना दी गयी जिसे विजिलेंस टीम के सामने खोलने पर लगभग पचास हजार रुपए बरामद हुए ‌। सूत्रों की मानें तो प्रतापगढ इंचार्ज एवं विजिलेंस टीम दोनों मैनेज की चर्चा पूरे मंडल में रही, लेकिन इस सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी। संबंधित विजिलेंस टीम के निगरानी में इंचार्ज द्धारा रेलवे के खाते में पैसा जमा करा दिया गया।इस संबंध में जब वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो वो उपलब्ध नहीं होसके। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि लखनऊ मंडल में जितने भ्रष्टाचार टीटीई हैं सब किसी न किसी यूनियन से जुड़े हुए हैं।एक टीटीई लखनऊ मंडल में करोड़ों का मकान बनाया है आखिर ये पैसा कहां से आया कभी रेलवे ने इनकी संपत्ति का ब्यौरा मांगने की जहमत नहीं उठाई। लखनऊ चारबाग में तो एक ऐसा टीटीई है जो गार्ड से मेडिकल अनफिट हो कर आया है और उसके सेवा पुस्तिका में दर्जनों पनिशमेंट विजिलेंस केश का मामला दर्ज है लेकिन एक यूनियन नेता का है रिश्तेदार,जरा इस पर भी रेलवे प्रशासन अपनी निगाहें इनायत करे।

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