Ayodhya

पूर्ति निरीक्षक का काला कारनामा: कोटेदार से रिश्वत लेने के बावजूद लाइसेंस कर दिए निरस्त, देखिए वीडियो

जलालपुर,अंबेडकरनगर। कोटा बहाली के लिए पूर्ति निरीक्षक द्वारा हजारों रुपए लेने के बाद कोटा को बहाल नहीं किया गया इतना ही नहीं रुपया लेकर कोटा बहाली के बजाय कोटा के लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया। पीड़ित पूर्व कोटेदार ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज पूर्ति निरीक्षक के विरुद्ध शिकायत पंजीकृत डाक से भेज दी है। प्रकरण जलालपुर तहसील के सुल्तानपुर खुर्द के राशन वितरण दुकानदार रमेश कुमार गुप्ता से संबंधित है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते फरवरी माह में उपजिलाधिकारी ने एक तथाकथित पत्रकार के झांसे में आकर राशन की दुकान को निलंबित कर दिया। कोटेदार रमेश कुमार ने कोटा बहाली के लिए पूर्ति निरीक्षक राम सकल से फोन पर संपर्क किया तो अधिकारी ने अकबरपुर आवास पर मिलने के लिए बुलाया।जब कोटेदार अकबरपुर स्थित अधिकारी के घर पहुंचा तो 80 हजार रुपए की मांग की गई।

कोटेदार दो दिन का समय मांगा और 80 हजार रुपए की व्यवस्था कर दो लोगो के साथ अधिकारी के अकबरपुर निवास स्थान पहुंच गवाहों के सामने 80 हजार रुपए दे दिया।किंतु कोटा बहाली के बजाय कोटा को बर्खास्त कर दिया गया।जब कोटेदार ने रुपया वापस करने की बात कही तो आनाकानी की जा रही है और मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है।

कोटेदार रमेश कुमार गुप्ता का कहना है कि तहसील में दर्जनों दुकानदारों के विरुद्ध घटतौली की शिकायत है किंतु उन्हें बर्खास्त नही किया गया।मुझसे बहाली के बदले 80 हजार रुपए घूस लिया गया और दुकान के अनुबंध को समाप्त कर दिया गया। मुख्यमंत्री से की गई शिकायत के बाद भी यदि अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई और कुछ कदम उठाऊंगा।

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