Ayodhya

डीएम साहब! भ्रष्ट लेखपाल संघ के मंत्री अजीत राय पर कब होगी कार्यवाही

  • डीएम साहब! भ्रष्ट लेखपाल संघ के मंत्री अजीत राय पर कब होगी कार्यवाही
  • मामला आपके संज्ञान में आने के बाद इनके काले कारनामें की खुली पोल
  • नायब तहसीलदार सिकंदरपुर अनुराग यादव ने जांच कर एसडीएम को दी रिपोर्ट
  • फिर डीएम ने मामले में एनटी को तलबकर 6 नवम्बर तक वरासत करने का दिये निर्देश

अंबेडकरनगर। अनाथ बालिका खुशबू यादव के साथ नाइंसाफी कर रहे लेखपाल का प्रकरण जैसे ही जिलाधिकारी के संज्ञान में आया तो राजस्व विभाग शख्ते में आ गया। और नायब तहसीलदार सिकंदरपुर के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंचकर जांच किया तो लेखपाल का सारा भ्रष्टाचार परत दर परत खुल गया।

बताते चलें कि खुशबू यादव पुत्री स्वर्गीय राम मनोरथ ग्राम पीरपुर दुबरा तहसील अकबरपुर की निवासी है उसके पिता की मौत बचपन में ही हो चुकी है पिता की मौत के बाद उसकी मां भी बच्ची को छोड़कर अन्यत्र किसी के साथ चली गई अनाथ बच्ची का पालन पोषण व पढ़ाई लिखाई अभी तक ननिहाल वाले करते चले आ रहे हैं।

अनाथ खुशबू यादव छात्रवृत्ति के लिए जब आय, जाति, निवास प्रमाण पत्रों का ऑनलाइन आवेदन किया तो संबंधित लेखपाल इतना भ्रष्ट हो गया कि उसने अनाथ बालिका के आवेदनों पर रिपोर्ट लगाने के बजाय खारिज कर दिया। भ्रष्ट लेखपाल से बात करने पर उसने बताया कि लड़की के चाचा ने मना कर रखा है।

पीड़िता सब जगह से चक्कर लगाने के बाद अंततः मीडिया को अपनी पीड़ा बताई। खबर छपने के उपरांत राजस्व विभाग के कान खड़े हो गए। और नायब तहसीलदार सिकंदरपुर अनुराग यादव के नेतृत्व में राजस्व टीम भ्रष्टाचारी लेखपाल को लेकर के जब गांव पहुंची तो भ्रष्ट के आकंठ में डूबे लेखपाल कि सारी करतूत सामने आ गई।

और पुनः बालिका के आय व जाति प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट तो लगा दिया परंतु निवास प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट नहीं लगाया। इस संबंध में बात करने पर भ्रष्टाचारी लेखपाल अजीत राय जो वर्तमान समय में लेखपाल संघ का मंत्री है उसके द्वारा बताया गया कि उप जिलाधिकारी ने निवास प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट लगाने के लिए मना किया है।

इस संबंध में नायब तहसीलदार सिकंदरपुर से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि 6 नवंबर को वरासत की भी तारीख है उस समय निवास प्रमाण पत्र व वरासत की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि ऐसे भ्रष्टाचारी लेखपाल संघ के मंत्री अजीत राय को कब तक शरण देकर भ्रष्टाचार करने का बढ़ावा देता रहेगा। क्या इस भ्रष्टाचारी के ऊपर कोई कार्यवाही होगी। या विभागीय अधिकारी से लेकर जिले के हाकिम, जिलाधिकारी इसे छोड़ देंगे।

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!