जलालपुर कोतवाली में थाना समाधान दिवस में सुनवाई करते तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव

अंबेडकरनगर। जमीनी विवादो के निस्तारण के लिए थाना में आयोजित समाधान दिवस अधिकारियों कर्मचारियों के इच्छाशक्ति के अभाव का शिकार हो गई है।आबादी के मामले में सिविल न्यायालय और खतौनी के मामले में तहसील न्यायालय में वाद दायर कर अनुतोषण प्राप्त करने की रिपोर्ट लगाने तक ही सीमित हो गई है। लिहाजा पीड़ितो को इस कार्यक्रम का कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। मजे की बात यह है कि सिविल न्यायालय द्वारा निर्णित आदेश का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। अब सवाल यह है कि शिकायत के जवाब में मुकदमा दायर कर अनुतोष प्राप्त करने की रिपोर्ट लगाने वाले जिम्मेदार सिविल न्यायालय के आदेश पर अमल नहीं कर रहे है। गौरतलब हो कि जमीनी विवादो को सुलझाने के लिए शासन के आदेश पर दूसरे और चौथे शनिवार को जनपद के सभी थाना पर राजस्व और पुलिस अधिकारियों द्वारा शिकायतों की सुनवाई की जाती है। शिकायत पर राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर मामले को निस्तारण का निर्देश दिया जाती है। मौके पर टीम जाती भी है किंतु मामला हल कराने के बजाय फोटो खींचने तक ही कार्यवाही सीमित हो जाती है। अधिकारी कर्मचारी के इच्छाशक्ति का अभाव मामले को हल करने में बाधक बन रहा है। शनिवार को कोतवाली जलालपुर में आयोजित समाधान दिवस में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव के समक्ष नगपुर बहरामपुर के बलिराम प्रजापति हाजिर हुए। वे 2016 में माननीय सिविल न्यायालय द्वारा पारित आदेश की छायाप्रति के साथ ही शिकायती पत्र देकर न्यायालय द्वारा निर्णित आदेश के अनुपालन की गुहार लगा रहे थे। अदालत के आदेश के बावजूद बीते 8 वर्षों से वह निर्णित जमीन पर कब्जा नहीं पा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दर्जनों बार शिकायत की किंतु राजस्व और पुलिस टीम कब्जा दिलाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव ने पूरे निर्णय को पढ़ा और पीड़ित से कहा कि पुनः सिविल न्यायालय में जाओ और अधिवक्ता के माध्यम से निर्णीत वाद और दायर नक्शा नजरी पर कब्जा का आदेश कराओ। माननीय अदालत के आदेश पर कमीशन वाले आयेंगे और वहीं लोग कब्जा दिलाएंगे। इस मामले में पुलिस और राजस्व विभाग कोई मदद नहीं कर सकती। मालीपुर थाना के रूधौली अदाई निवासी हीरालाल मौर्य ने तहसीलदार को बताया कि मैं अकेला घर मौर्य जाति का हूं। आसपास के लोग मुस्लिम धर्म से जुड़े हैं। विपक्षी मन्नान मेरे खतौनी और घरौनी की जमीन में नापदान का पानी ले जा रहा है। जबकि जमीन को हल्का लेखपाल ने चिन्हित कर दिया है। इतना ही नहीं विपक्षी के पास सरकारी नाली में पानी गिराने का मौका है। 112 डायल पुलिस ने कई बार पानी बंद कराया किन्तु पुलिस के जाते ही दबंग विपक्षी पानी खोल देता है।पानी कच्चे घर की दीवाल को नुकसान पहुंचा रहा है जिससे घर गिर सकता है। सोहगुपुर की उषा देवी पत्नी राजेश की खतौनी की जमीन विपक्षी रामप्रीत कब्जा कर रहा है। सेठा कला के संतु पुत्र जवाहिर ने विपक्षी शेषनाथ पर जबरिया जमीन कब्जा का आरोप लगाया।