Ayodhya
गाँवों में तैनाती के दौरान हल्का लेखपाल रामयश के भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण

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काले कारनामें लिप्त लेखपाल एंटी करप्शन टीम के हाथों गिरफ्तार होकर जा चुका है जेल
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मौजूदा लेखपाल द्वारा तत्कालीन के बचाव में मामलों में लगाया जा रहा है भ्रामक रिर्पोट
अम्बेडकरनगर। तहसील जलालपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में हल्का लेखपाल राम यश के भ्रष्टाचार का खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। इस तरह के मामलों को लेकर पीड़ित एसडीएम से लेकर डीएम और शासन को शिकायती पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं किन्तु किसी मामले में निष्पक्ष कार्यवाही नहीं हो पा रही है। ऐसी दशा में सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा राजस्व के मामलां में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को गंभीरता से लेकर समाधान करने के लिए आये दिन निर्देश दिया जा रहा है किन्तु इसका असर कहीं देखने को नहीं मिल रहा है। नजीर के तौर पर जलालपुर तहसील है। जहां गांवों में तैनाती के दौरान हल्का लेखपाल रामयश जिनका भ्रष्टाचार से गहरा नाता रहा है। अपने इस काले कारनामें में उन्हें एंटी करप्शन टीम के हाथों जेल तक जाना पड़ा है किन्तु उनके द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त होकर किये नियम विरूद्ध कार्यों का खामियाजा हल्कों के ग्रामीण अभी भी भुगत रहे हैं। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत गुंवावा जमालपुर का सामने आया है। इस ग्राम पंचायत में स्थित आबादी 6 श्रेणी(2) की जमीन जिसका रकबा 0.126 हेक्टेयर है जो खाली पड़ी है और इसमें महुआ व पीपल के वृक्ष भी हैं। गांव के लोगों का इसी जमीन से होकर तालाब की तरफ अपने खेतों तक जाने का सार्वजनिक मार्ग और शादी समारोह में होने वाली परम्परायें होती आ रही है। इस आबादी की जमीन में उक्त ग्राम पंचायत से सटे गांव कबूलपुर के लोगों का अनाधिकृत रूप से लेखपाल रामयश द्वारा तैनाती के दौरान घरौनी दर्ज कर दी गयी है। लेखपाल के इस काले कारनामे को लेकर दर्जन भर लोग एसडीएम से लेकर डीएम और शासन को पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच की मांग करते आ रहे है किन्तु मौजूदा लेखपाल तत्कालीन रामयश के काले कारनामें पर पर्दा डालने में जुटा है। बार-बार शिकायती पत्रों में भ्रामक रिर्पोट लगाकर मामले को निक्षेपित किया जा रहा है। लेखपाल के इस कार्यशैली से शिकायतों का निष्पक्ष समाधान नहीं हो पा रहा है। मौजूदा लेखपाल तत्कालीन के ढर्रे पर चल रहे हैं जो अवैध दर्ज घरौनी धारक से रिश्तेदारी निभाकर जिनके द्वारा निर्माण कराये जाने के लिए उकसाया जा रहा है।
यह बोले उपजिलाधिकारी जलालपुर
मामले में शिकायत कर्ताओं ने एसडीएम को वास्तविकता से अवगत कराया जिन्होंने गंभीरता से लेते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी। यदि खाली जमीन में खतौनी दर्ज है तो वह पूरी तरीके से गलत है। इसमें विवाद को बढ़ावा देने में जो भी दोषी है, सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं उन्हें बक्शा नहीं जायेगा।