Ayodhya

एनआर मंडलः ओएण्डएफ विभाग में कथित यूनियन के नेता घर बैठे उठा रहे वेतन,इन पर रेल प्रबंधक की नजर नहीं

  • एनआर मंडलः ओएण्डएफ विभाग में कथित यूनियन के नेता घर बैठे उठा रहे वेतन,इन पर रेल प्रबंधक की नजर नहीं

एक चर्चित महामंत्री के नाम पर चल रहा खेल,ऐसे लोगों के 10 साल की वर्किंग रिर्पोट की जांच से होगा खुलासा

लखनऊ। लखनऊ मंडल में भ्रष्टाचारियों का शुरू हो गया नंगा नाच मामला मैकेनिकल ओएंडएफ (आरएसओ) एवं कार्मिक विभाग का मंडल रेल प्रबंधक बने असहाय।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में मैकेनिकल विभाग ओएंडएफ भ्रष्टाचारियों का सबसे मुफीद विभाग बना हुआ है यहां पर एक से बढकर एक यूनियन के धुरंधर अधिकारियों की मेहरबानी से ऐशो आराम करने में व्यस्त हैं जिसमें से एक चर्चित चेहरा प्रीति सिंह हैं जो कभी भी आफिस नहीं आती और एक चर्चित यूनियन की पदाधिकारी बताई जाती है और यह स्पोर्ट्स कमेटी में अवैध ढंग से पद भी ग्रहण कर रखा है ये सिर्फ नेताजी के जी हुजूरी में इनके कार्य से आये दिन बाहर रहती है जैसा कि यूनियन का ही एक नेता ने बताया। दूसरा नाम अजय मौर्या जो कि लगभग तीन वर्ष से टेंडर की प्रक्रिया में सुविधा शुल्क के लिए चर्चित हैं जिनका संरक्षण एक अधिकारी बताया जाता है जो कई वर्षो से अंगद की पांव की तरह लखनऊ मंडल में जमा है और उक्त अधिकारी के साथ आफिस में बेरोक टोक जाना आम बात है और इनका जलवा डीआरएम से कम नहीं है। जबकि विजिलेंस विभाग के एक अधिकारी भी इनका मुरीद बताया जाता है। सबसे मजे की बात तो ये है कि भ्रष्टाचार की सारी जानकारी मंडल रेल प्रबंधक को इस लिए है कि ये यहां सीडीईई के पद पर कार्य कर चुके हैं। सूत्र ने लिखित रुप से बताया है कि लोको शेड में तैनात सुरेन्द्र मिश्रा, मदन गोपाल मिश्रा, संजय श्रीवास्तव विवेक सचान लोको निरीक्षक एवं मंडल आफिस में तैनात चर्चित सीपीआई इन सब की अगर दस वर्ष की वर्किंग रिपोर्ट मंगायी जाये तो सारा पोल खुल जायेगा ये सब जिसमें प्रीति सिंह कभी भी डियूटी नहीं करती ये वही चर्चित कर्मी है जो लगभग एक माह पहले दूसरी महिला का नाम हटाकर लिस्ट से इसका नाम सचिव पद पर नियुक्ति की गयी। सूत्र ने बताया कि इतनी शिकायतों के बावजूद कोई भी जांच निष्पक्ष नहीं की गयी। अब तो खुलेआम ये कहते हैं कि जब तक हमारे महामंत्री हैं तब डीआरएम या बङौदा हाऊस का अधिकारी भी हम लोंगों का बाल-बांका नहीं कर पायेगा। जबकि एक सीडीईई की तो दशकों हो गया लखनऊ मंडल में पोस्टिंग। इसके अलावा ये वही नेता है जिसकी पुत्री दशकों से घर बैठकर वेतन ले रही और विगत वर्ष डीजल शेड आलमबाग में हुई डीजल चोरी के अभियुक्तों का खुलेआम पैरवीकार रहा।

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