अकबरपुर कोतवाली में तैनात सिपाही विभोर विक्रम सिंह घूसखोरी और भ्रष्टाचार में नंबर वन

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👉 सूत्रों के अनुसार घूस भी नगद और ऑनलाइन दोनों तरीके से लेता है
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👉 पुरानी तहसील तिराहे पर ड्यूटी के दौरान गाड़ियों को चेकिंग के नाम पर रोककर पैसे के लेनदेन में काफी चर्चित रहा है
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👉 घूस के रुपए भी ऑनलाइन व नगद लेने में तहसील तिराहे पर स्थित एक दुकानदार देता था साथ
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👉 आखिर कब तक शर्मसार होती रहेगी पुलिस की खाकी वर्दी
रिपोर्ट एम. एल. शुक्ल
अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश सरकार में जहां पर भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सरकार सख्त से सख्त कदम उठा रही है वहीं जिले में अकबरपुर कोतवाली में तैनात सिपाही विभोर विक्रम सिंह अपने हल्के में भ्रष्टाचार को बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि घूस भी ऑनलाइन लेने में किसी प्रकार का कोई डर इस सिपाही के अंदर नहीं रहता है
बताते चलें कि यह सिपाही विभोर विक्रम सिंह अकबरपुर कोतवाली अंतर्गत पुलिस चौकी कस्बा पर तैनाती दौरान गाड़ियों की चेकिंग करने के नाम पर मनचाहा पैसा मांगता बॉर्डर बस जब सामने से पैसा नहीं ले पाता है तो तिराहे की एक विशेष दुकान पर पैसा देने के लिए बोलता।
इस तरह के कारनामे से उक्त सिपाही काफी चर्चा का विषय बना रहा विगत दिनों जब विभाग द्वारा उसे यहां से हटाया गया तो इसके कारनामे को जानने वाले लोग कहने लगे कि चलो कम से कम एक घूसखोर और भ्रष्टाचारी से तहसील तिराहे से गुजरने वाले लोगों को मुक्ति तो मिल गई। लेकिन वर्तमान समय में फिर से यह सिपाही अकबरपुर कोतवाली में तैनात है और भ्रष्टाचार को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। आखिर कब तक यह भ्रष्टाचारी पुलिस की खाकी वर्दी को शर्मसार करता रहेगा।
सूत्रों के अनुसार कुछ मामलों में तो थानाध्यक्ष को भी नहीं पता होता है और बीच में ही है मोटी रकम सेट करके मामले को डकार जाता है। आखिर ऐसे भ्रष्टाचारी सिपाही के अत्याचार को कोतवाली अकबरपुर के क्षेत्र की जनता को कब तक सहन करना पड़ेगा।