सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से कछार क्षेत्रों में भरा पानी,राहत में जुटे अधिकारी

सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से कछार क्षेत्रों में भरा पानी,राहत में जुटे अधिकारी
टांडा, अम्बेडकरनगर। सरयू नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है जिससे नदी के किनारे कछार वाले क्षेत्रों के ग्रामीण अभी से दहशत में है वही नगर क्षेत्र में स्थित थिरूआ नाला भी उफान पर है जहां आबादी तक पानी आ गया है।
सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 30 सेंटीमीटर ऊपर 93.03 मीटर हो गया है। नदी में प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ की चपेट में टांडा तहसील के मांझा उल्टहवा, मांझा कला, मांझा चिंतौरा,केवटला नसरूल्लापुर अवसानपुर, नैपुरा, सलोना घाट, ढेलमऊ, डुहिया समेत दर्जनों गांव आते हैं। वहीं टांडा नगर का नेहरूनगर, मेहनिया समेत कई मुहल्ले भी प्रभावित होते हैं।
मांझा उल्टहवा और मांझा कला में स्थिति काफी भयावह हो जाती है है। इसके चलते नदी के किनारे स्थित गांव के लोगों को अपना घर छोड़कर बाढ़ राहत चौकियों में शरण लेने को विवश होना पड़ता है। नेहरूनगर में थिरुआ नाले का पानी भी उफान पर है। बाढ़ खंड विभाग के अवर अभियंता विकास चन्द्र ने बताया कि शारदा बैराज व गिरजा बैराज,सरजू बैराज से पानी छोड़े जाने से नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है बताया कि बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ खंड विभाग पूरी तरह तैयार है बाढ़ खंड विभाग बोरी,नालान क्रेन्ट तथा परक्यूपाइन की तैयारी कर ली है कटान होने पर इन सामाग्रियों का उपयोग कर कटान रोका जा सकेगा।