संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों का रेला, बार-बार शिकायतों के निस्तारण न होने से पीड़ित त्रस्त

- संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों का रेला, बार-बार शिकायतों के निस्तारण न होने से पीड़ित त्रस्त
- जलालपुर में एडीएम की उपस्थिति में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित
जलालपुर, अम्बेडकरनगर।अपर जिलाधिकारी सदानंद गुप्ता की मौजूदगी में तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। अपनी समस्याओं व मामलों के निस्तारण हेतु फरियादियों की लंबी कतार लगी रही। इस मौके पर कुल 117 शिकायतें आई जिसमे से 9 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया।
भियांव ब्लॉक क्षेत्र के शिकायतकर्ता प्रमोद कुमार पांडेय ने शिकायत किया कि गांव में गाटा संख्या- 1272 बंजर खाता में दर्ज है सरकारी योजना के अंतर्गत सीएचओ के भवन का निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है जो पूरी तरह से मानक विहीन है व नियम कानून को दरकिनार कर घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है जिसमें सफेद बालू, पीली ईट तथा मसाला के अनुपात मे घोर असमानता है।
शिकायतकर्ता प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि जब इस बाबत ठेकेदार से शिकायत की गई तो ठेकेदार ने शिकायतकर्ता को ही धमकी देते हुए कुछ नहीं होने की बात कही।
वहीं इसी ब्लॉक के राजेश कुमार द्वारा खतौनी संशोधन हेतु शिकायती पत्र देते हुए कहा गया कि खतौनी संशोधन के लिए कई वर्षों से तहसील का चक्कर लगा रहा हूं जिसमें 4 लोगों के स्थान पर से 6 लोगों का नाम दर्ज हो गया है, मामले की फाइल 2 सालों से लेखपाल के पास पेंडिंग है। मौजूदा लेखपाल राशिद अख्तर द्वारा नाम सही करने के लिए पैसे की मांग की जा रही है।
जलालपुर नगर पालिका क्षेत्र के सभासद मोहम्मद साजिद ने बताया कि कई महीनों विधवा, विकलांग, व बृद्ध लोगो का एक सहारा पेंशन ना आने व किये गए आवेदन कई बार रिजेक्ट होने जाने से इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मंगुराडिला निवासी छोटेलाल ने बताया कि विपक्षी द्वारा नाली, घूर, गड्डे को जोतकर अपने खेत में मिला लिया है मना किया गया तो आमादा फौजदारी हो गया जिसकी शिकायत चार बार से ज्यादा किया गया लेकिन किसी प्रकार की कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो रही है।
तहसील दिवस में उप जिलाधिकारी सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार मौर्य, नायब तहसीलदार देवानंद तिवारी, नायब तहसीलदार हुबलाल, वीडियो भियांव अंजली भारती, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल त्रिपाठी समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।