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शेखपुरा राजकुमारी का पशु आश्रय बना गोवंशों के लिए कब्रगाह

  • शेखपुरा राजकुमारी का पशु आश्रय बना गोवंशों के लिए कब्रगाह

जलालपुर,अम्बेडकरनगर। जलालपुर तहसील से महज दो किलोमीटर पर स्थित ग्राम पंचायत शेखपुरा राजकुमारी में बनी अस्थाई गौशाला गोवंशों के लिए कब्रगाह का साबित हो रही है। मौके पर पहुंचकर पड़ताल करने के दौरान दो मृत गायें गौशाला की ठीक बगल में लगभग 100 मीटर दूर बबूल की झाड़ियों में फेंकी गयी थी जिनको कुत्ते नोंचते हुए मिले, जिसमें एक गाय का पूरा सिर व पिछला पैर जंगली जानवरों की खुराक बन चूका था। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार लचर प्रबंधन व भ्रष्टाचार तथा पानी, चारे अन्य मूल सुविधाओं के अभाव में लगातार गौवंश दम तोड़ रहे हैं। इन मृत गौवंशों को गौशाला के आसपास झाड़ियों में जंगली जानवरों व आवारा कुत्तों की खुराक के लिए खुले में फेंक दिया जाता है। मृत पशुओं के सड़ने की दुर्गन्ध से जहाँ ग्रामीणों का जीना दूभर है वहीं आने जाने वाले राहगीरों के लिए भी मुसीबत का कारण बना हुआ है। ग्रामीणों में चर्चा है कि बीते एक महीने में जब से गर्मी की शुरुआत हुई तब से लगभग 30 गौवंश अपना दम तोड़ चुकी है। कभी-कभी तो 1 दिन में तीन -चार गौवंश मर जाती जिसे गाड़ने के लिए जेसीबी मशीन मंगवाकर पास के जंगल में दफना दिया जाता है। गौशाला के पास में गेहूं की दवाई कर रहे किसानों ने बताया कि यहां जंगलों में आए दिन दो से तीन गौवंश खुले में फेंक दिया जाता है जिसके बदबू से खेतों में काम करना मुश्किल हो गया। गौशाला के आस-पास भैंस चराने वाले चरवाहों ने बताया कि गौशाला में लगे कर्मचारी गायों को दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई करते हैं जो गाय दुधारू होती है सिर्फ उसी गायों का विशेष ख्याल किया जाता है। बाकी को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता हैद्य इस मामले पर शेखपुरा राजकुमारी के ग्राम सचिव द्वारा पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा रोज वहां पर जाकर पशुओं हेतु उपलब्ध सुविधाओं की जांच पड़ताल की जाती है। मृत पशुओं से संबंधित कोई भी मामला उनके संज्ञान में नहीं है।

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