Ayodhya

वाह! दुबई की कंपनी के नाम से मशहूर टाल्विन लाइफ कंपनी का मास्टरमाइंड भी अंबेडकर नगर जिले का ही है निवासी

👉सूत्रों के अनुसार टाल्विन लाइफ कंपनी का मास्टरमाइंड अंबेडकर नगर जिले का ही रहने वाला है
👉 सबसे बड़ा सवाल। जिला प्रशासन की नाक के नीचे कंपनियों द्वारा किया जा रहा इतना बड़ा लूट फिर भी जिला प्रशासन मौन
👉 कहीं जिले का खुफिया तंत्र निष्क्रिय तो नहीं

अंबेडकरनगर। जिले में रुपया लगाओ और डालर कमाओ का खेल करने वाली कंपनी का मास्टरमाइंड भी ईसी जिले का निवासी है सूत्रों के अनुसार यह जालसाज इस प्रकार का खेल करने में काफी माहिर है इस तरह की कई कंपनियों को भी मार्केट में उतार कर बहुत सारा खेल कर चुका है।

बताते चलें कि जिले में पैसा लगाओ और डालर कमाओ के नाम पर चलने वाली कंपनी टाल्विन लाइफ अंबेडकर नगर जिले में करीब साल भर से अपना जाल फैला चुकी है जिसमें बहुत सारे लोगों को 10 आसान किस्तों में करोड़पति बनाने का झांसा देकर कंपनी के नेटवर्क करो द्वारा काफी रुपया कंपनी में जमा कराया गया है और कुछ लोगों को कंपनी ने अपना विश्वास बनाए रखने के लिए उसी अचीवमेंट भी दिया है.

जो जिले में एवार्ड के रूप में लोगों को दिखा दिखा कर उनसे पैसा जमा करवाने में सफल हो रहे हैं । और जनता के बीच में यह बताते हैं कि यह कंपनी दुबई की है और लोगों को मोबाइल स्क्रीन पर दिखा दिखा कर के काफी बड़े पैमाने पर बेवकूफ बनाने में सफलता हासिल करने में सफल हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इस कंपनी का भी जन्मदाता अंबेडकरनगर का ही निवासी है जो इससे पहले कंपनियों के नाम पर कई फ्राड कर चुका है.

जिसका मुख्य पेशा है नई नई कंपनी बनाओ और लोगों को गुमराह करके करोड़पति बनाने के नाम पर उनका पैसा कंपनी में लगावाओ। आखिर सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिला प्रशासन की नाक के नीचे ऐसी ही फर्जी कंपनियां जन्म ले रही हैं और लोगों को लूट कर फरार हो जा रही हैं। जिला प्रशासन किस निद्रा में सोया हुआ है कि उसके नाक के नीचे फर्जी कंपनियां जिले में डेरा डाल कर और लूट कर फरार हो जा रही हैं.

इससे तो साफ प्रतीत होता है कि क्या जिला प्रशासन के जिम्मेदार लोगों को ऐसी फर्जी कंपनियां हिस्सेदारी तो नहीं दे रही हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जिला प्रशासन का खुफिया विभाग किस निद्रा में सोया हुआ है कि उसे ऐसी कंपनियों की भनक ही नहीं लगती है। कहीं खुफिया विभाग ऐसी लुटेरी कंपनियों को शर्म तो नहीं दिया हुआ है।

रुपया लगाओ और डालर कमाओ

रुपया लगाओ और डालर कमाओ कंपनियों द्वारा धोखा खाए कुछ लोगों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि टाल्विन लाइफ कंपनी का जन्मदाता भी इसी जिले का मास्टरमाइंड है जो इससे पहले कई फ्रॉड कर चुका है। जिसकी प्रशासन में काफी अच्छी पकड़ भी है। क्योंकि आज के समय में सबको रुपया चाहिए और यह कंपनियां इतना लूट लेती हैं की जिम्मेदार खुफिया एजेंसी से लेकर जिला प्रशासन तक के मुंह को पैसे के बल पर बंद कर देती है।

ऐसे में प्रशासन भी जब हो हल्ला होता है तो मामले को ठंडा करने के लिए इन पर कार्यवाही करने के नाम पर सिर्फ एफ आई आर दर्ज करके अपना काम पूरा कर देता है। और धीरे-धीरे यह मामला जिला प्रशासन द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। सोशल मीडिया पर भी कुछ ऐसी तस्वीरें पोस्ट होती नजर आई जिसको देखने के बाद लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई। 2400 रुपया लगाओ और आसानी से 10 किस्तों में लाखों और करोड़ों कमाओ।

इन कंपनियों में लुटने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि सोशल मीडिया पर करोड़पति बनाने वाले जो भी पोस्ट डाली गई थी जल्द ही हम उसे निकालकर सार्वजनिक करेंगे यह पोस्ट इन्हीं कंपनी के लुटेरों की है।आखिर इस कंपनी के जादूगर का ऐसा कौन सा फंडा है जो लोगों को इतनी बड़ी इनकम देने के नाम पर पांव पसार चुका है।

कहीं कुछ दिन बाद यह भी आईडीए की तरह लोगों का गला रेत कर फरार तो नहीं होगी। इस कंपनी के संबंध में जब जिले के कुछ ऐसे लीडरों से बात की गई जो सूत्रों के अनुसार इस कंपनी को जिले में लाने वाले हैं तो उन्होंने बताया कि हमने नहीं बल्कि हमारे सीनियर जो सरकारी जॉब भी करते हैं उनके द्वारा हमें मिला है हमारा तो लेवल बहुत नीचे है।

बताते चलें कि विगत माह पहले आईडीए नाम की कंपनी ने रुपया लगाओ और डालर कमाओ के नाम पर इसी जिले से लगभग 900 करोड रुपए का लूटपाट किया था। और उसके बाद कंपनी की साइड एप बंद कर कंपनी के कर्ताधर्ता फरार हो गए। जब इसकी शिकायत प्रशासन में हुई तो प्रशासन भी इन जालसाज फराडो का सहारा बनकर खड़ा होता नजर आया।

अंततः शिकायत के नाम पर जिला प्रशासन के जिम्मेदार भी मोटी मलाई लूट कर जाल सालों को छुट्टी दे दिया। इससे उनके हौसले और भी बुलंदी पर पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार इसी तरह की एक नई कंपनी न्यू नेट नाम से फिर जिले में आ गई है और अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। आखिर इस कंपनी का मास्टरमाइंड कौन है क्या प्रशासन इस पर शिकंजा कसने में कामयाब होगा।

इन जालसाजों का जिला मुख्यालय पर कई जगह ऐसा अड्डा है जहां यह बैठकर अपना जाल बिछाते रहते हैं और वहीं से लोगों को कंपनी के विश्वास में लेने में कामयाबी हासिल करते हैं। वही मुख्यालय स्थित एक दुकान पर चाय पानी करते हुए कुछ लोगों से इसके बारे में चर्चा करते हुए जब सुना गया तो पूछने पर लोगों ने बताया कि यह जिले के कुछ पेशेवर नेटवर्कर हैं। जो लोगों को काफी लंबे अरसे से नई नई कंपनियों में ज्वाइन करा कर लूटने में सफल है। और इनके पीछे कुछ सरकारी तंत्र का हाथ भी रहता है जिससे इनका कोई कुछ नहीं कर पाता है।

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