Ayodhya

मालीपुर थाना क्षेत्र की सामूहिक दुराचार पीड़िता ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार

  • डीजीपी,मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं को शिकायती पत्र की छायाप्रति भेजकर बतायी दास्तान

  • पीड़िता ने सपा नेता के इशारे पर आरोपियों द्वारा गालियां देने व पिटाई का लगाये आरोप

  • स्थानीय थाने के बाजार में पुलिस की शिथिलता से कहीं बड़ी घटना न हो की चर्चा जोरों पर

    अम्बेडकरनगर। थाना मालीपुर क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली छात्रा के साथ शादी का झांसा देकर युवकों द्वारा सामूहिक दुराचार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें पीड़िता ने पुलिस को तहरीर दी है और आरोप लगाया है कि इन आरोपियों व उनके परिवार ने एक सपा नेता के इशारे पर उसकी पिटाई की है और कहीं मुंह खोलने पर उसके समूचे परिवार को बर्बाद किये जाने की धमकी भी दी गयी है। पीड़िता ने थानाध्यक्ष समेत एसपी, पुलिस महानिदेशक व भाजपा नेताओ को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगायी है।
    उक्त थाना क्षेत्र के गांव निवासी (काल्पनिक नाम) सुंदरी पुत्री ओमशंकर ने दिये तहरीर में अवगत कराया है कि वह बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा है। इण्टरमीडिएट कालेज मालीपुर में अध्ययनरत के दौरान बगल गांव के रहने वाले एक युवक ने उसे शादी का झांसा देकर प्रेम जाल में फंसा लिया और तब से वह दुराचार करता चल आ रहा है। इसी दौरान उसने एक अश्लील वीडियो बनाया और अपने भाई को उपलब्ध कराया जिसने यह कहते हुए कि इसे वायरल कर देंगे, वह भी हवश का शिकार बनाने में जुट गया। इसके अलावा अन्य एक अन्य भी शिकार बनाया है। पीड़िता ने कहा है कि इन लोगों ने पिछले दिनों उसे रात्रि में बुलाया और कहा कि न आने पर अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करके परिवार को तहस-नहस कर डालेंगे। इस धमकी से भयभीत होकर अपनी मां को अवगत कराया। पिता सेना में जवान के पर कार्यरत है। मां के साथ इन आरोपियों के घर जाकर उन्हें रूबरू कराया तो वहां स्थानीय पूर्व प्रधान जो सपा के वरिष्ठ नेता हैं। उन्हीं के समक्ष आरोपियों व उनके परिवार द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए पिटाई की जाने लगी। सपा नेता भी यह कहते कि चुनाव आ रहा है ऐसी दशा में यहां से चली जाओ नहीं तो ठीक नहीं होगा। पीड़िता ने कहा है कि सपा नेता सुभाष यादव उर्फ दुबरी का अपराधिक इतिहास है, इनके द्वारा आरोपियों के संरक्षण देने से हम व समूचा परिवार पूरी तरह से डरे व सहमे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इस घटना में एक तरह जहां पीड़िता द्वारा थाने में तहरीर दी गयी है वहीं उसके पिता जो सेना में जवान हैं,वे आक्रोश में हैं जिनके द्वारा बड़ी घटना को भी अंजाम देने में भी आंशका व्यक्त की जा रही है जिसकी चर्चा स्थानीय थाने की बाजार में जोरों पर हैं। पीड़िता ने शिकायती पत्र की छायाप्रति जिले के एसपी,पुलिस महानिदेशक, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन,भाजपा एमएलसी हरिओम पाण्डेय व पूर्व सांसद आदि को प्रेषित किया है और न्याय की गुहार लगाई है। इसे लेकर सवाल यह उठता है कि एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस महकमा को निरन्तर निर्देश दिया जा रहा है वहीं पुलिस तमाशबीन बनी है। बताया जाता है कि जिस दिन पीड़िता की पिटाई की गयी है,मामला पुलिस के संज्ञान में था किन्तु गंभीरता से नहीं लिया गया बल्कि थाने पर तैनात आरोपियों के विरादरी का दरोगा सपा नेता की मध्यस्तता से सौदेबाजी में लगा रहा और सभी को गुमराह किया जाता रहा।

    एसपी का नहीं उठा फोन,एएसपी का स्विच ऑफ
    उक्त के सम्बंध में पुलिस अधीक्षक डॉं. कौस्तुभ से उनका पक्ष जानने के लिए सीयूजी पर सम्पर्क किया गया किन्तु रिसीब नहीं हो सका। अपर पुलिस अधीक्षक का सीयूजी नम्बर बंद मिला।

    यह बोले क्षेत्राधिकारी
    क्षेत्राधिकारी जलालपुर द्वारा बताया गया कि वे जरूरी कार्य से डीजी आफिस हैं बस इतना बताया कि शिकायती पत्र संज्ञान में है रात्रि 9 बजे थाने पहुंचकर वास्तविकता की जांच करायी जायेगी जैसा होगा कार्यवाही तय की जायेगी।

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