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मरीजों के लिए जानलेवा बने झोलाछाप डाक्टर फिर प्रसूता की मौत का आया मामला

  • मरीजों के लिए जानलेवा बने झोलाछाप डाक्टर फिर प्रसूता की मौत का आया मामला

अवैध पै्रक्टिस पर रोक लगाने के वजाय स्वास्थ विभाग के अधिकारी जुटे सौदेबाजी में
जलालपुर, अंबेडकरनगर। जलालपुर कस्बा से लेकर नगपुर समेत अन्य बाजारों में झोलाछाप चिकित्सक बगैर सुविधा के अस्पताल में बगैर सर्जन के खुल्लम-खुल्ला ऑपरेशन कर मरीज के लिए यमराज बन गए हैं। ताजा मामला जलालपुर रामगढ़ रोड स्थित ए.के. मेडिकल स्टोर का है जहां यहां नगपुर सीएचसी में पहले तैनात ऑर्थोपेडिक डिप्लोमा होल्डर डॉक्टर पवन कुमार ने एक गर्भवती महिला का ऑपरेशन कर दिया।

गलत इलाज और ऑपरेशन के चलते प्रसूता 24 घंटे के अंदर ही दम तोड़ दिया। गौरतलब है कि डॉक्टर पवन कुमार लगभग 5 से 7 वर्ष पहले यहां से स्थानांतरित होकर गैर जनपद आजमगढ़ में चले गए हैं। किंतु उनका मोह जलालपुर में भंग नहीं हो रहा है। कारण डॉ. पवन कुमार कस्बा और नगपुर में कई मकान किराए पर लिया है और कुछ अप्रशिक्षित लड़को को रखकर ऑपरेशन कर रहे है। यहां तहसील में कोई सर्जन नहीं है किंतु ऐसा कोई अस्पताल नहीं है जहां ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है।

ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नहीं है किंतु इन फर्जी अस्पतालों से एक मुश्त रकम ले रहे हैं। जिसके चलते शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। बीते सोमवार की सुबह मालीपुर थाना क्षेत्र के खानपुर उमरन गांव के दलित संजय कुमार की 20 वर्षीय पुत्री को प्रसव पेन हुआ। उसे नगपुर अस्पताल ले जाया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात सिस्टर ने ऑपरेशन की सलाह दिया था। वहीं बाहर कुछ लोगों ने संजय की पत्नी से नजदीक के अस्पताल ए.के. मेडिकल स्टोर पर ऑपरेशन की सलाह दिया।

महिला अपने पारिवारिक जनों के साथ ए.के. मेडिकल स्टोर पहुंची जहां दोपहर में डॉक्टर पवन कुमार ने महिला का ऑपरेशन किया और एक बच्ची ने जन्म लिया। किंतु दूसरे दिन मंगलवार सुबह 10 बजे से उसका ब्लड प्रेशर लो होने लगा। पेशाब रुक गई । इसके बावजूद यहां के व्यवस्थापक ने प्रसूता को किसी अस्पताल में भेजने की जरूरत नहीं उठाई जब तक उसके अन्य पारिवारिक जान आते उसे वहां से अकबरपुर ले जाते वह रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

मौत के बाद अस्पताल संचालक अस्पताल बंद कर ऑपरेशन शुदा आधा दर्जन मरीजों को कहीं अन्यत्र ट्रांसफर कर फरार हो गया। जांच और कार्रवाई के लिए पहुंचे अधीक्षक को अस्पताल में यही हाल दिखा। मृत प्रसूता का ससुराली जनों ने गमगीन माहौल में सरजू नदी घाट पर बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया। मृत प्रसूता की मां की हालत गंभीर होने के चलते परिजन पुलिस को तहरीर नहीं दे पाये। घटना बीते मंगलवार दोपहर को जलालपुर कस्बा के रामगढ़ रोड स्थित ए.के. मेडिकल स्टोर पर घटित हुई थी।

विदित हो कि मालीपुर थाना क्षेत्र के खानपुर उमरन गांव निवासी संजय कुमार की पुत्री डब्बू उर्फ नेहा का ऑपरेशन ए.के. मेडिकल स्टोर की आड़ में संचालित अस्पताल में बीते सोमवार को किया गया था। ऑपरेशन से पुत्री पैदा हुई जो स्वस्थ है। मंगलवार को ऑपरेशन के 24 घंटे के अंदर लगभग 11 बजे उसकी हालत खराब होने लगी । उसका ब्लड प्रेशर लगातार घटता चला जा रहा था। अस्पताल के संचालक की लापरवाही से उसने दम तोड़ दिया। दूध मुंही बच्ची को परिजन कैसे संभालेंगे यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है।

प्रसूता की मौत के बाद मायके से लेकर ससुराल तक कोहराम मचा हुआ है। मृत प्रसूता के पिता संजय कुमार ने बताया कि पत्नी की हालत गंभीर है लिहाजा पुलिस को तहरीर नहीं दे पाया हूं। हालत ठीक होने पर पुलिस को तहरीर दी जाएगी। अधीक्षक डॉक्टर जयप्रकाश ने बताया कि हिंदमोर्चा पेपर में प्रकाशित स्थान पर जांच की गई किंतु वहां कोई मिला नहीं। यहां से मरीज कहां भेजे गए हैं इसका पता लगाया जा रहा है।

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